जन्मदिन विशेष : जानें मशहूर पर्वतारोही बछेंद्री पाल के बारे में रोचक बातें

WD Feature Desk

शुक्रवार, 24 मई 2024 (12:47 IST)
Bachhendri pal 
 

ALSO READ: हिंदू धर्म के अनुसार चुनिए अपनी नन्ही परी का नाम, जानें इसके अर्थ
 
Highlights : 
 
बछेंद्री पाल के बारे में जानें।  
बछेंद्री पाल का जन्मदिन।  
जानें सागरमाथा पर्वत पर चढ़ने वाली भारतीय महिला के बारे में।  

Bachhendri pal : जीवन परिचय : 
 
बछेंद्री पाल का जन्म उत्तरकाशी में 24 मई 1954 को हुआ हैं तथा वे एक ग्रामीण परिवार में जन्मीं है। वे बचपन से पहाड़ों की गोद में पल- बढ़ी होने के कारण उन्हें पहाड़ों के प्रति बहुत ही लगाव रहा।  वे माउंट एवेरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला हैं। जानें बछेंद्री पाल के बारे में... 
 
उपलब्धियां और पुरस्कार - 
- 1984 में स्वर्ण पदक, भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन से।  
- पद्मश्री तथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान 1984 में।  
- अर्जुन अवार्ड खेल पुरस्कार  1986 में।  
- 1995 में 'यश भारती सम्मान' उत्तर प्रदेश सरकार से।  
- वर्ष 1990 में 'गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स' में नाम सूचीबद्ध। 
वर्ष 2014 में  प्रथम 'वीरांगना लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय सम्मान' मध्यप्रदेश संस्कृति मंत्रालय द्वारा दिया गया हैं।  
- 1982 में गंगोत्री और रुदुगरा का पर्वतारोहण। 
- सागरमाथा एवेरेस्ट को फतह करने वाले भारतीय अभियान दल में योगदान।  
- अपने जन्मदिन के एक दिन पूर्व ही यानि 23 मई 1984 को 1  बजकर 7 मिनट पर एवेरेस्ट पर फतह करने वाली प्रथम भारतीय महिला बनी। 
- वर्ष 1994 में गंगा नदी 2500 किमी तक नौका अभियान का नेतृत्व किया। 
- वर्ष 2000 में गुजरात भूकंप में अपना योगदान दिया।  
- 2006 में उड़ीसा में आए चक्रवात तबाही में राहत कार्य, राशन, उपचार आदि में सहयोग किया।  
- उत्तराखंड में 2013 में आई प्राकृतिक आपदा में राहत कार्य में शामिल हुई।  
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
 

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी