15 अगस्त 2021, स्वतंत्रता दिवस: कैसा होगा अपने देश भारत के लिए, जानिए ज्योतिष की नजर से

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ की  शुभकामनाएं... वर्तमान में स्वतंत्रता दिवस के समय ग्रहों की स्थिति पर नजर डालें तो सितारे कहते हैं कि  महिलाओं पर कष्ट रहेगा। प्राकृतिक प्रकोप बढ़ेंगे। आम जनता पर मानसिक तनाव और आर्थिक परेशानी रहेगी। जनता को स्वास्थ्य संबंधी कष्ट होगा। 
 
राजनीति में भारत में उथल-पुथल होगी। सरकार को नाना प्रकार के प्रतिद्वंद्वियों से सामना करना पड़ेगा। राजनेता व बड़े अधिकारी स्वयं के भौतिक सुख-सुविधा पर  ध्यान देंगे।  प्रजा दुखी रहेगी। विद्यार्थी वर्ग के लिए स्वतंत्रता दिवस से कुछ नए आयाम स्थापित हो सकते हैं। हालांकि इस वर्ष भविष्य को लेकर विद्यार्थी वर्ग थोड़ा परेशान रह सक ता है। व्यापार- कारोबार के हिसाब से इस दिन के चलित ग्रहों पर नजर डालें तो छोटे व्यापारी 
सुखी रहेंगे।

Independence Day
भारत के प्रमुख राज्यों की स्थिति 
 
उत्तरप्रदेश : यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। कृषि क्षेत्र में उन्नति होगी। औद्योगिक क्षेत्र में उन्नति होगी। शिक्षा के स्तर में सुधार होगा, परंतु विद्यार्थी वर्ग को पूर्ण लाभ नहीं मिलेगा और शासक को विरोधों का सामना करना पड़ेगा किंतु शासक की सत्ता पर पकड़ मजबूत रहेगी।
 
मध्यप्रदेश : विकास योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। लोगों को महंगाई व प्राकृतिक प्रकोप से ज्यादा कष्ट रहेगा। ओलावृष्टि से जन-धन की हानि हो सकती है। महिलाओं पर अत्याचार में वृद्धि होगी। असामाजिक तत्वों द्वारा सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास होगा किंतु उनको सफलता नहीं मिलेगी।
 
गुजरात : विशेष उलटफेर की स्थिति बन सकती है। किसी विशेष पद वाले को इस्तीफा देना पड़ सकता है। लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी और भय में वृद्धि होगी। शिक्षा में सुधार व कुपोषण दूर करने का सतत प्रयास होगा। 
 
पंजाब : कुछ भागों में अशांति का वातावरण रहेगा। आर्थिक रूप से आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। कृषि क्षेत्र व आवासीय योजना में सफलता हासिल होगी। अकस्मात सत्ता पर मुसीबत आ सकती है।
 
हरियाणा : राज्य में कुछ समय अशांति का वातावरण रहेगा। आर्थिक स्थिति में राज्य विकास करेगा। औद्योगिक क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास होगा, परंतु कानून व्यवस्था में स्थिति विपरीत हो सकती है। शासन के कुछ अपने ही लोग अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करेंगे। सरकार को मजबूती से पकड़ रखना होगी।

हिमाचल प्रदेश : राज्य द्रुत गति से विकास करेगा। प्राकृतिक प्रकोप से कृषि को हानि होने के योग हैं। बाल मृत्युदर रोकने और बाल शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। महिलाओं के अत्याचार पर रोक लगाई जाएगी।
 
कश्मीर : राज्य में उन्नति तो अच्छी होगी, परंतु अशांति बनी रहेगी। कुछ हल्का आतंकवाद हलचल कर सकता है, पर उनके पर काट दिए जाएंगे। राज्य के व्यापार में विपरीत प्रभाव हो सकता है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ सकता है। कानून व्यवस्था इस वर्ष चुनौती बनेगी। शत्रु को आंतरिक सुरक्षा देने वाले पकड़ में आएंगे।
 
दिल्ली : राज्य में चहुंमुखी विकास की ओर ध्यान रखा जाएगा, परंतु दुर्घटनाओं में भारी वृद्धि होगी। प्राकृतिक प्रकोप से कृषि उत्पादन में कमी आएगी तथा लोगों को रोग से कष्ट उठाना पड़ेगा। महिलाओं संबंधित योजनाओं में विकास तो होगा, पर जरूरतमंद महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिलेगा। 
 
कानून व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना होगा। शत्रु बल मजबूत रहेगा। शासक को अपने ही लोगों से चुनौती का सामना करना पड़ेगा। 
 
राजस्थान : शासक को प्रदर्शनों व विरोध का सामना करना पड़ेगा। विकास की दृष्टि से सामान्य रहेगा। लोगों को कष्ट रहेगा। भुखमरी जैसी स्थिति भी कुछ जगह हो सकती है। लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए भी कई प्रकार की योजनाओं पर कार्य किया जाएगा, जो प्रभावी ढंग से संचालित होगा। कुछ भागों में संतोषजनक स्थिति नहीं रहेगी।
 
महाराष्ट्र : अपराधों की संख्या में भारी वृद्धि होगी। लोगों को कष्ट होगा और क्रय शक्ति में कमी आएगी। कुछ स्थानों पर कृषि की हानि होगी। विकास कार्यक्रम व कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान दिया जाएगा, पर कुछ कुर्सी के लोभी अपने पद बचाने व हथियाने के चक्कर में विकास के मार्ग में रुकावट पैदा करेंगे। साथ ही कानून व्यवस्था चरमरा जाएगी।
 
बिहार : राज्य में विकास के मार्ग में उन्नति होगी, परंतु कुछ भागों में विकास की दर का लाभ नहीं मिल पाएगा। बाल विकास व मृत्युदर पर ध्यान दिया जाएगा किंतु कुछ असामाजिक तत्व मनोरंजन के साधन में अपसंस्कृति के विस्तार का कार्य करेंगे, साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करेंगे। कृषि के क्षेत्र में उन्नति होगी।

दक्षिणी राज्य आंध्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु : विकास कार्यों में विशेष ध्यान दिया जाएगा। लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा। कुछ भागों में प्राकृतिक प्रकोप से जनधन प्रभावित होंगे। इसके चलते हुए भी विकास दर में वृद्धि होगी।
 
बंगाल, असम, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम : ये राज्य आर्थिक स्थिति में उन्नति करेंगे, परंतु बंगाल की स्थिति विचलित रहेगी। आम जनता परेशान होगी। न्याय के प्रति लोगों का विश्वास कमजोर होगा। कुछ वर्ग भय की जिंदगी जिएंगे। कानून व्यवस्था कमजोर रहेगी। जरूरतमंद व्यक्ति परेशान रहेगा। असामाजिक तत्वों के कारण सामाजिक स्तर पर जीने वाले लोग परेशान रहेंगे। असम, ओडिशा व अरुणाचल में विकास दर में उन्नति होगी। औद्योगिक क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। प्रगति पथ पर अग्रसर होंगे। ओडिशा और बंगाल में प्राकृतिक प्रकोप के कारण कुछ लोगों को स्थान छोड़कर जाना पड़ सकता है।


 

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