परिवार से पहले देश और कर्तव्य

देशसेवा का शब्द सुनते ही हमें सीमा पर खड़े सैनिकों की याद आने लगती है, जो विपरीत परिस्थितियों में घरों से दूर दुश्मनों से हमारे देश की रक्षा करते हैं। वे ही हमारे रियल हीरो हैं। कई लोग अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभाते हुए रियल हीरो कहलाते हैं। ऐसे ही एक रियल हीरो हैं ट्रैफिक पुलिसकर्मी रंजीत सिंह। 
 
इंदौर के हाईकोर्ट चौराहे पर रंजीत सिंह के ट्रैफिक कंट्रोल करने के अंदाज से हर किसी ध्यान उन पर चला जाता है। चाहे चिलचिलाती धूप हो, तेज बारिश हो या फिर ठिठुरती ठंड, रंजीत सिंह जज्बे और मुस्तैदी से यातायात को नियंत्रित करते हैं। इंदौर में युवा रंजीत सिंह को 'दबंग' कहते हैं और वे युवाओं के बीच किसी फिल्मी सितारे की तरह लोकप्रिय हैं। 
 
 
(वीडियो : धर्मेन्द्र सांगले) 
अपनी कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के कारण रंजीत सिंह एक सेलिब्रिटी बन चुके हैं। युवा तो इनके साथ फोटो खिंचवाते हैं और सोशल मीडिया पर खूब शेयर करते हैं। रंजीत सिंह को उनके इस कार्य के लिए कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। अन्य पुलिसकर्मियों के वे एक प्रेरणा बन गए हैं।  
 
रंजीत सिंह का कहना है कि लोग तोहफे में मिली आजादी का गलत उपयोग कर रहे हैं। वे कहते हैं कि आज के युवाओं के लिए आजादी का मतलब होता है किसी नियम को न मानना। महंगी मोटरसाइकलों पर तेज गति से बाइक दौड़ाने वाले युवा लालबत्ती पर रुकना गुलामी समझते हैं। दुर्घटनाओं में मरने वाले लोगों में अधिकांश संख्या युवाओं की होती है।  

वे कहते हैं कि युवा हमारे देश का भविष्य हैं, इसलिए जरूरी है कि वे यातायात के नियमों का पालन करें। परिवार से पहले हर व्यक्ति के लिए देश सर्वोपरि है। रंजीत सिंह की लोगों से अपेक्षा है वे अपना कार्य ईमानदारी से करें।
 

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