Independence Day Speech in Hindi : स्वतंत्रता दिवस के लिए स्पीच कैसे तैयार करें

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स्वतंत्रता दिवस जैसे खास मौकों पर अधिकतर जगहों पर आयोजन होते हैं। ऐसे में मंच पर जाकर स्पीच देने की जरूरत भी होती है। अगर आप भी स्वतंत्रता दिवस के दिन कहीं पर स्पीच देने वाले हैं, तो आइए हम आपकी थोड़ी मदद कर दें और आपको ये बताएं कि आप अपनी स्पीच कैसे तैयार कर सकते हैं- 

1. सबसे पहले तो ये याद रखें कि आपकी स्पीच का मकसद क्या है? अधिकतर मामलों में मौजूद दर्शकों का मनोबल बढ़ाना और कार्यक्रम की एक अच्छी उत्साह बढ़ाने वाली शुरुआत करना होता है।
 
2. आपकी स्पीच उत्साहित करने वाली और आगे के कार्यक्रम के लिए माहौल तैयार करने वाली होनी चाहिए न कि ऐसी, जो कार्यक्रम के माहौल को ठंडा दे।
 
3. अपनी स्पीच के दौरान मंच पर दिया गया समयसीमा का ख्याल रखें। ऐसा न हो कि आपकी निर्धारित समय से लंबी स्पीच की वजह से दूसरे वक्ताओं का नंबर आने में देरी हो और कार्यक्रम का माहौल खराब हो।
 
4. आपके बाद कितने और लोगों की प्रस्तुति है, कार्यक्रम किस समयसीमा में खत्म करना है, इन सभी बातों को ध्यान रखते हुए ही बोलें और स्पीच तौयार करें।
 
5. लंबी स्पीच से ज्यादा जरूरी ये है कि आपका भाषण असरदार हो और जब आप मंच छोड़ें, तब तक लोगों को आपको और सुनने की इच्छा बची हो, न कि वे ऊब चुके हों।
 
6. आपकी स्पीच ऐसी हो कि आपके मंच से उतरने पर सुनने वालों के चेहरे पर मुस्कुराहट हो, दिल में जोश और राष्ट्रभावना भरी हो और साथ ही हाथों से तालियां बज रही हों।
 
7. भाषण चाहे छोटा-सा हो लेकिन उद्देश्यपूर्ण हो। स्वतंत्रता दिवस से जुड़े तथ्य तो जो हैं, वे तो वही रहेंगे लेकिन आपके बोलने का अंदाज जोशीला होना चाहिए।
 
8. मुख्य बात यह भी है कि आप चाहे जो भी कह रहे हों, पहले खुद उसे स्वीकारें, मानें, महसूस करें तभी उसे दूसरों से कहें, तभी आपका भाषण असरदार होगा।
 
9. अब बात आती है पहनावे की, तो इसे आयोजन के अनुरूप रखें। इससे दर्शक आपको सुनने से पहले देखकर ही आपसे जुड़ाव महसूस करेंगे और आपकी बातों को ध्यान से सुनेंगे, इसकी संभावना बढ़ जाएगी।
 
10. अगर आप स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट हो, तो वहां से अगर कोई ड्रेसकोड दिया हो तो वही पहनें। अगर किसी अन्य जगह आयोजन हो, तो इस मौके पर लड़कों के लिए कुर्ता-पाजामा, नेहरू जैकेट और लड़कियों के लिए सलवार-कमीज, कुर्ती या साड़ी पहनना बेहतर रहता है।
 
11. अगर online speech दे रहे हैं तो ये tips बदल जाएंगे और घर में कैमरे के सामने कैसे बोलना है, ये सीखना होगा...।

 Coronavirus Effect: स्वतंत्रता दिवस पर घर से online speech कैसे दें, Easy Tips
मुख्य मुख्य अतिथि, प्रिंसिपल, शिक्षकों और मेरे प्यारे दोस्तों के लिए सुप्रभात्। मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देता हूं...। आज मुझे स्वतंत्रता दिवस पर कुछ बोलने का मौका मिला है, मैं अपने आपको सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
 
15 अगस्त के दिन हम अपने देश की महिमा याद करते हैं।
 
हम भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों को याद करते हैं। भारत का स्वतंत्रता दिवस न केवल ब्रिटिश राज के शासन से भारत की आजादी को दर्शाता है, बल्कि यह इस देश की शक्ति को भी दिखाता है और ये दिखाता है कि कैसे हम सब एक थे, एक हैं और एक रहेंगे...।
 
कई वर्षों तक अंग्रेज़ों के द्वारा गुलामी झेलने के बाद 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आज़ाद हुआ था। अंग्रेज़ों के अत्याचार सहने के बाद कितने ही सेनानियों ने बलिदान दिया, तब कहीं जाकर हमें आज़ादी मिली।
 
इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री राजधानी दिल्ली में स्थित लाल किले से राष्ट्रीय झंडा फहराते हैं और उन सभी सेनानियों को याद करते हैं।
 
देश महाशक्ति बनने के रास्ते पर है। भारत की स्वतंत्रता के इतने सालों में हमने बहुत प्रगति की है, अलग-अलग भाषा व अलग-अलग प्रदेशों वाला हमारा प्यारा भारत भावनाओं से एक है।
 
हमारी एकता मजबूत राष्ट्र बनाती है। प्रौद्योगिकी से कृषि तक हम दुनिया के शीर्ष देशों में से एक हैं और उस जगह से कोई हमें पीछे नहीं कर सकता है, क्योंकि हम और बेहतर करने के लिए तैयार हैं...।
 
स्वतंत्रता दिवस पर हम अपने देश की सभी उपलब्धियों को याद करते हैं लेकिन याद रखिए दोस्तों, हम अपने सैनिकों को न भूलें।
 
हमारे बहादुर सैनिकों के लिए एक प्यारा-सा सलाम कि हम उनके कारण अपने देश में शांति में रह सकते हैं...। वे हमेशा हमारी रक्षा करने के लिए सीमा पर तैनात रहते हैं। वे भारत को धमकी देने वाली आतंकवादी ताकतों से हमें सुरक्षित रखते हैं।
 
आइए, हम अपने सैनिकों से प्रेरित हों और हमारे देश को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए मिलकर काम करें। कोई भी देश संपूर्ण नहीं होता और हमारी भी कमियां हैं।
 
इस स्वतंत्रता दिवस 2020 पर हम अपने देश को महान बनाने के लिए अपना काम ईमानदारी से करने का वचन देते हैं।
 
हमें अब कोरोना से आज़ाद होना है, साम्प्रदायिकता से आज़ाद होना है, नफरत और अपराध से आज़ाद होना है।
 
आप सबने मुझे इतनी ध्यान से सुना और प्यार दिया, इसके लिए मैं आप सभी का आभारी हूं और इस दिन पूरी ताकत से यह नारा बुलंद करना चाहता हूं- जय हिन्द! वन्दे मातरम्! भारतमाता की जय...!

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