Dussehra Food : दशहरा पर्व पर कुछ खास डिशेज बनाने की परंपरा पुराने समय से जारी है। इस दिन जहां खास तौर पर गिल्की के पकौड़े और गुलगुले बनाने की प्रथा है। इसके साथ ही कई तरह के मीठे और नमकीन व्यंजन भी बनाकर इस त्योहार को मनाया जाता है। तो आइए यहां जानते हैं दशहरा पर्व (Dussehra Recipes) के कुछ खास व्यंजन विधियां-
1. दशहरा स्पेशल : क्रंची गुलगुले
सामग्री : 250 ग्राम गेहूं का आटा, पाव कटोरी बेसन, 150 ग्राम शकर, 1 चम्मच इलायची पाउडर, 1 छोटी चम्मच खसखस, तलने के लिए तेल।
विधि : सर्वप्रथम आटे में शकर डालकर उसका गाढ़ा घोल करके आधे घंटे के लिए रख दें। तत्पश्चात उसमें इलायची पाउडर, खसखस के दाने डालकर मिश्रण को एकसार कर लें। एक कड़ाही में तेल गरम कर उसके गोल-गोल पकौड़े तल लें। लीजिए तैयार है क्रंची मीठे गुलगुले। दशहरा पर्व पर इसे बनाएं, खाएं और खिलाएं।
2. गिल्की के पकौड़े
सामग्री : 2 पतली गिल्की, 1 बड़ी कटोरी बेसन, 1 छोटा चम्मच चावल का आटा, 2 हरी मिर्च बारीक कटी, 1 चम्मच सौंफ, 1 चम्मच सौंफ, चुटकीभर हींग, 1 चम्मच लालमिर्च पाउडर, हरा धनिया, नमक स्वादानुसार, तलने के लिए तेल।
विधि : सर्वप्रथम गिल्की को छीलकर उसके पतले गोल-गोल पीसेस करके तैयार रख लें। अब 1 तपेले में बेसन लेकर उसमें चावल का आटा डालकर उसमें कटी हरी मिर्च, लालमिर्च पाउडर, हींग, नमक, सौंफ, हरा धनिया डालकर हल्का गाढ़ा घोल बना लें। मोयन के लिए 1 चम्मच तेल डाल लें।
अब एक कड़ाही में तेल गरम करके तैयार घोल में गिल्की के पीसेस डुबोकर तल लें और गरमा-गरम गिल्की के पकौड़े हरी चटनी के साथ पेश करें।
विधि : खजूर की गुठली निकालकर दूध की सहायता से मिक्सी में पीसें। पेस्ट को घी में धीमी आंच पर गाढ़ा होने तक भूनें। मावे को भी भूनें। कॉर्नफ्लोर और कोको पाउडर को दूध में घोलकर खजूर में मिलाएं। इस मिश्रण को गैस पर चढ़ाकर शकर मिलाएं और लगातार तब तक चलाएं जब तक कि मिश्रण जमने लायक न हो जाए।
अब चिकनाई लगी थाली में जमाकर पिस्ता कतरन से सजाएं और हल्का जमने पर चौकोर टुकड़ों में कांटें। अब डेट्स-चॉकलेट बर्फी का आनंद उठाएं।
4. चटपटी कुरकुरी कचौरी
सामग्री : 500 ग्राम मैदा, 1/2-1/2 कटोरी उड़द मोगर-मूंग मोगर, 2 चुटकी हींग, 2 चम्मच दरदरी सौंफ, 2 चम्मच धनिया पाउडर, 1 कटोरी दही, गरम मसाला 1/2 चम्मच, लाल मिर्च 1 चम्मच, तेल तलने के लिए।
विधि : सबसे पहले दोनों दालों को कचोरी बनाने के 3-4 घंटे पूर्व भिगो दें। कुछ दाल छोड़ कर बाकी को दरदरा पीस लें। अब कड़ाही में थोड़ा-सा तेल लेकर सौंफ का बघार व हींग डालें, दाल दरदरी एवं खड़ी दोनों को भूनें व सभी मसाले मिलाकर ठंडा कर लें।
मैदे में 1/2 टी स्पून नमक मिलाकर छान लें। डेढ़ बड़ा चम्मच मोयन डालकर रोटी जैसा गूंध लें, छोटी-छोटी लोई बना लें, हथेली को चिकना करके लोई फैलाएं, किनारे पतले करके मसाला भरें व बंद करके कचौरियां तैयार कर लें।
तेल गर्म करें फिर गुनगुने तेल में कचौरियां डालें। धीमी आंच पर कचौरियां सुनहरी होने तक तल लें। गर्मा-गर्म कचौरियों को हरी चटनी के साथ सर्व करें और पर्व का आनंद उठाएं।
विधि : सर्वप्रथम चक्के को 1 मर्तबान में लेकर उसमें शकर डालकर अच्छी तरह मिलाकर रख दें। केसर की पत्ती को 1 चम्मच गुनगुने पानी में गला दें।
अब करीब 1-2 घंटे बाद तैयार चक्के को पतले सूती कपड़े से छान लें। उसके बाद उसमें इलायची पाउडर, भीगी हुई केसर और चुटकीभर मीठा पीला रंग डालकर मिश्रण को एकसार कर लें। अब उसमें चारोली, बादाम कतरन डालकर मिक्स कर दें और फ्रिज में रख दें। श्रीखंड अच्छी तरह ठंडा होने पर सर्व करें।