क्या आपको भी लगता है कि खिचड़ी सिर्फ रोगियों का खाना है, तो यह आपकी बहुत बड़ी गलतफहमी है...। अलग-अलग सामग्री के साथ बनने वाली स्वादिष्ट खिचड़ी आपको सेहत के बेहतरीन फायदे भी देती है। जानिए इस पौष्टिक आहार खिचड़ी के 5 फायदे और 3 व्यंजन विधियां...
सर्व प्रथम चावल व मूंग मोगर को साफ करके 3-4 पानी से अच्छी तरह धोकर बनाने के आधे घंटे पूर्व तैयार कर लें। अब प्रेशर कुकर में दाल-चावल और आवश्यकतानुसार पानी डालें तथा नमक डालकर कुकर को बंद करके दो सिटी ले लें।
कुकर ठंडा होने के पश्चात एक कटोरी में घी गरम करके जीरे का बघार लगाकर ऊपर से कटी हरी मिर्च और मीठा नीम डालकर तैयार खिचड़ी में बघार डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। अब इस तैयार खिचड़ी को खुद भी खाएं और घर आए मेहमानों को भी खिलाएं।
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दही खिचड़ी
सामग्री :
1 कप पके हुए चावल, 2 कप दही, 2 चम्मच तेल, एक चौथाई कप दूध, कटा हुआ हरा धनिया, 1 से 2 हरी मिर्च, 1 चम्मच चने की दाल, 1 चम्मच उड़द की दाल, 1 चम्मच राई, डेढ़ चम्मच किसा हुआ अदरक, 2 चम्मच सूखा नारियल, आधा चम्मच नमक।
विधि :
तेल गरम करें और उसमें राई डालें। जब राई तड़कने लगे तो उसमें चने और उड़द की दाल डाल दें। एक मिनट बाद उसमें अदरक, धनिया और हरी मिर्च डालें और एक मिनट तक हिलाते रहें। अब इसे गैस से उतार लें और इसमें चावल, नमक और नारियल मिलाएं। इस मिश्रण को दही और दूध में मिलाकर परोसें।
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वेजिटेबल खिचड़ी
सामग्री :
एक कटोरी चावल, आधा कटोरी मूंग की छिलके वाली दाल, एक आलू, 2 हरी मिर्च, एक शिमला मिर्च (बारीक कटी), पाव कटोरी मटर, हींग-जीरा-राई व हल्दी छौंक के लिए, 1 अदरक का टुकड़ा, आधा चम्मच, काली मिर्च व लौंग पावडर, घी, नमक व मिर्च स्वादानुसार।
विधि :
सर्वप्रथम दाल व चावल को अलग-अलग कुछ देर पानी में भिगो दें। अदरक को पीस लें। अब कुकर में घी गरम करके राई-जीरा, हींग, हल्दी व किसा अदरक डालकर भूनें। फिर सारी कटी सब्जी डाल कर मिलाएं। अब दाल-चावल डालकर कुछ देर भूनें। अब 3 कटोरी पानी व नमक-मिर्च डालकर कुकर बंद कर दें। एक सीटी लेने के पश्चात गैस बंद कर दें। परोसते समय काली मिर्च पावडर बुरकें। हरा धनिया डालें और गरगा-गरम स्वादिष्ट वेजिटेबल खिचड़ी नींबू के साथ परोसें।
कई सामग्रियों को मिलाकर बनने वाली स्वादिष्ट खिचड़ी आपकरे सेहत के बेहतरीन फायदे भी देती है। पढ़ें इसके 5 फायदे-
1. दाल, चावल, सब्जियों और मसालों से तैयार की गई खिचड़ी काफी स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर होती है, जो शरीर को ऊर्जा और पोषण देती है। इसके माध्यम से एक साथ सभी पोषक तत्व प्राप्त किए जा सकते हैं।
2. पाचन क्षमता कमजोर होने पर भी यह आहार आसानी से पच जाता है और पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है, इसलिए बीमारी में मरीजों को इसे खिलाया जाता है, क्यों उस वक्त पाचन शक्ति कमजोर होती है।
3. महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान अक्सर कब्ज या अपच की स्थिति बनती है, ऐसे में खिचड़ी खाना फायदेमंद होता है और आरामदायक भी। इसे खाने के बाद पेट में अतिरिक्त भारीपन नहीं लगता और जल्दी पाचन भी हो जाता है।
4. जब खाना बनाने का समय और मूड न हो, ऐसे में खिचड़ी एक आसान तरीका है, जो जल्दी बन जाती है और स्वादिष्ट भी होती है। इसमें आप विभिन्न दाल, मूंगफली और अन्य सामग्री के साथ बनाकर नयापन भी ला सकते हैं।
5. घी, दही, नींबू या अचार के साथ अलग-अलग फायदे भी देती है, जैसे घी डालकर खाने से शक्ति भी मिलती है और प्राकृतिक चिकनाई भी, दही के साथ यह कई गुना फायदेमंद होती है और नींबू से विटामिन सी के साथ अन्य फायदे देती है।