आज, 19 मई को वट सावित्री अमावस्या का पर्व मनाया जा रहा है। वट सावित्री व्रत के दिन वट की पूजा के लिए दूध की खीर, हलवा, गुलगुले, पूरी, पंचामृत आदि बनाने के विधान है। इस दिन इन पकवानों से भगवान को भोग लगाया जाता है। आइए जानें किन 5 पकवानों का लगाएं भोग, पढ़ें सरल विधियां-
विधि : खीर बनाने से एक-दो घंटे पूर्व चावल धोकर पानी में गला दें। दूध को मोटे तले वाले बर्तन में डालकर गैस पर चढ़ा दें। चार-पांच उबाल लें। पूरा पानी निथार कर चावल को दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें और गाढ़ा होने तक पकाएं।
चावल पकने के बाद शकर डाल दें और शकर पिघलने तक लगातार चलाती रहें, बीच में छोड़े नहीं। अब इसमें मेवे की कतरन और पिसी इलायची डाल दें। अब कटोरी में रखी भीगी केसर को मैश कर दें और उबलते खीर में डाल दें। खीर अच्छी गाढ़ी होने के पश्चात गैस बंद कर दें। तैयार खीर से भोग लगाएं।
पंचामृत
सामग्री : 250 मिली गाय का ताजा दूध, 2 टेबल स्पून मिश्री (पिसी), 1 टेबल स्पून शहद, 1 टी स्पून देशी घी, 2 टेबल स्पून ताजा दही, कुछ तुलसी के पत्ते, केले की कतलें (ऐच्छिक)।
विधि : दूध में पिसी मिश्री, शहद, दही एवं घी मिलाकर अच्छी तरह फेंट लें। इसमें तुलसी के पत्ते एवं केले की कतलें मिलाएं। पंचामृत तैयार है।
आटे का हलवा
सामग्री : 100 ग्राम गेहूं आटा, 100 ग्राम चीनी, 1 बड़ा चम्मच शुद्ध घी, इलायची पाउडर, 4-5 केसर के लच्छे, मेवे की कतरन।
विधि : एक कड़ाही में घी गरम करके आटा डालकर धीमी आंच पर गुलाबी होने तक सेकें। एक बर्तन में अलग से पानी गरम करके आटे में डाल कर जल्दी-जल्दी चलाएं। थोड़ा गाढ़ा होने पर चीनी मिलाएं और चलाएं। ऊपर इलायची पाउडर, मेवे की कतरन डाल दें। जब हलुआ घी छोड़ने लगे तब उतार लें। लीजिए तैयार है आटे का शाही हलुआ। तैयार हलवा का भगवान को नैवेद्य दिखाकर फिर परोसें।
मीठे गुलगुले
सामग्री : 250 ग्राम गेहूं का आटा, 100 ग्राम शकर, एक चम्मच इलायची पाउडर, एक छोटी चम्मच खसखस, तलने के लिए तेल।
विधि : सबसे पहले आटे शकर डालकर उसका गाढ़ा घोल करके आधे घंटे के लिए रख दें। तत्पश्चात उसमें इलायची पाउडर, खसखस के दाने डालकर मिश्रण को एकसार कर लें। अब एक कड़ाही में तेल गरम करके तैयार मिश्रण के गोल-गोल कुरकुरे गुलगुले पकौड़े तल लें। लीजिए तैयार है मीठे गुलगुले।
पूरी
पूरी सामग्री : 200 ग्राम गेहूं का आटा, आधा चम्मच शकर, थोड़ा-सा नमक और तेल अथवा घी।
विधि : आटे और नमक को साथ में छान लें, उसमें छोटा आधा चम्मच शकर डालें। एक बड़ा चम्मच घी अथवा तेल का मोयन मिलाएं। पानी के साथ आटे के टाइट गूंथ लें। अपनी पसंद के अनुसार आटे की गोलियां बना लें। अब पूरी बेलकर गरम तेल में तल लें और भगवान को नैवेद्य दिखाएं।