व्रत के समय हम अधिकतर साबूदाना की खिचड़ी या दूध से बनी चीज़ों का सेवन करते हैं। साथ ही कई लोग व्रत के समय फल का भी इस्तेमाल करते हैं लेकिन आप व्रत में कई तरह के व्यंजन बना सकते हैं। अनाज का उपयोग व्रत में नहीं किया जाता है इसलिए इस दौरान रोटी या आटे से बनी चीज़ों का सेवन नहीं करते हैं। लेकिन कुछ आटों का सेवन आप व्रत के समय कर सकते हैं। चलिए जानते हैं इन 5 तरह के आटे के बारे में.....
1. सिंघाड़े का आटा : सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल व्रत में किया जा सकता है और यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। सिघाड़े के आते में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो आपके पाचन के लिए काफी अच्छा है। आप सिंघाड़े के आटे से हलवा. खीर, बर्फी या पूरी बना सकते हैं। इसके सेवन से पेट लंबे समय तक भरा रहता है। साथ ही इसमें कैल्शियम एवं कार्बोहाइड्रेट की अच्छी मात्रा होती है जो व्रत के समय आपको एबेर्ग्य प्रदान करने में मदद करती है। नवरात्रि व्रत में बनाएं सिंघाड़े का यह स्वादिष्ट हलवा, नोट करें रेसिपी
2. कुट्टू का आटा : कुट्टू के आटे का उपयोग किसी भी व्रत में फलाहार, हलवा, रोटी, पराठा या अन्य व्यंजन बनाने के लिए किया जा सकता है। इस आटे से आप कई तरह के व्यंजन ट्राई कर सकते हैं। कुट्टू का आटा ग्लूटेन फ्री होता है और इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम व अन्य खनिजों की भरपूर मात्रा होती है। व्रत के समय इस आटे से बने व्यंजन के सेवन से शरीर में एनर्जी बरकरार रहती है।
3. राजगिरा का आटा : राजगिरा के लड्डू, चिक्की और हलवा आपने कई बार खाया होगा। व्रत में अक्सर राजगीर के आटे का उपयोग भी किया जाता है। राजगिरा का आटा पाचन और वेट लॉस दोनों के लिए बेहतरीन ऑप्शन है। यह फाइबर से भरपूर होता है और सेहत के लिए भी यह काफी फायदेमंद है।
4. शकरकंदी का आटा : आप शकरकंदी के आटे का भी सेवन कर सकते हैं। इस आटे का उपयोग भी हलवा, बर्फी और पुड़ी बनाने के लिए किया जाता है। इसका आटा बनाने के लिए शकरकंदी को छीलकर पहले धूप में अच्छे से सुखाया जाता है और फिर इसे पीसकर आटा तैयार किया जाता है। आप इस आटे को बाज़ार से आसानी से खरीद सकते हैं।
5. साबूदाना का आटा : साबूदाने का उपयोग व्रत के लिए बनाए जाने वाले व्यंजनों में खूब किया जाता है। इस आटे से रोटी, पूड़ी और हलवा बनाया जाता है और साथ ही आपने साबूदाने के वड़े भी खाए होंगे। आप इसके आटे से पूरी या हलवा भी बना सकते हैं।