कब ली गई थी भारत के नोट पर छपी गांधी जी की तस्वीर? जानें इतिहास

WD Feature Desk

बुधवार, 16 जुलाई 2025 (14:47 IST)
when did mahatma gandhi picture printed on indian currency: भारत की पहचान, उसके मूल्यों और स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक महात्मा गांधी की मुस्कुराती हुई तस्वीर भारतीय करेंसी नोटों पर हर दिन हमारे सामने आती है। यह तस्वीर इतनी परिचित है कि शायद ही कोई इस पर ध्यान देता हो कि आखिर यह कब और कहां ली गई थी, और कैसे यह हमारे राष्ट्रीय गौरव का एक अभिन्न अंग बन गई। यह सिर्फ एक तस्वीर नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक क्षण का दस्तावेज है, जो भारत के संघर्ष और उसकी आत्मा को दर्शाता है। आइये आज आपको बताते हैं इस तस्वीर के बारे में

कब ली गई थी तस्वीर
भारतीय नोटों पर छपी महात्मा गांधी की यह प्रतिष्ठित तस्वीर, जिसे हम आज देखते हैं, वास्तव में उस समय ली गई थी जब भारत अंग्रेजों के अधीन था। यह तस्वीर अप्रैल, 1946 में खींची गई थी। उस समय महात्मा गांधी ब्रिटिश राजनेता लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पेथिक-लॉरेंस से मिलने उनके आवास पर गए थे। यह मुलाकात तत्कालीन वायसराय हाउस (जो अब राष्ट्रपति भवन है) में हुई थी, हालांकि कुछ स्रोतों के अनुसार यह कोलकाता में हुई थी जब गांधी जी वायसराय हाउस पहुंचे थे।

इसी दौरान, एक अनजान व्यक्ति ने महात्मा गांधी की यह तस्वीर खींची थी। इस तस्वीर को इसलिए चुना गया क्योंकि इसमें गांधी जी की मुस्कुराती हुई अभिव्यक्ति सबसे उपयुक्त थी, जो उनकी सादगी, शांति और अहिंसावादी विचारों को दर्शाती है। यह कोई कैरिकेचर या बनाई हुई फोटो नहीं, बल्कि एक वास्तविक क्षण का चित्रण है।

भारतीय मुद्रा पर गांधी जी की तस्वीर का सफर
आजादी के बाद, भारतीय नोटों पर शुरुआत में ब्रिटिश सम्राट किंग जॉर्ज VI की तस्वीर हुआ करती थी। 1949 में, भारत सरकार ने 1 रुपये के नोट का नया डिज़ाइन जारी किया, जिसमें किंग जॉर्ज की जगह सारनाथ के अशोक स्तंभ के शेर की राजधानी का प्रतीक अपनाया गया। यह स्वतंत्र भारत की नई पहचान का प्रतीक बना।

महात्मा गांधी की तस्वीर पहली बार 1969 में भारतीय करेंसी पर दिखाई दी। यह उनकी 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में जारी किया गया एक विशेष नोट था। इस नोट पर गांधी जी को सेवाग्राम आश्रम की पृष्ठभूमि में बैठे हुए दिखाया गया था।

हालांकि, गांधी जी का वह जाना-पहचाना मुस्कुराता हुआ चेहरा, जिसे हम आज नोटों पर देखते हैं, पहली बार अक्टूबर 1987 में ₹500 के नोटों की एक सीरीज पर छपा। यह एक महत्वपूर्ण बदलाव था, क्योंकि इससे पहले गांधी जी की तस्वीर नोटों पर बिना मुस्कान के छपी थी।

इसके बाद, 1996 से भारतीय रिज़र्व बैंक ने 'महात्मा गांधी सीरीज' के तहत सभी मूल्यवर्ग के नोटों पर इस प्रतिष्ठित तस्वीर को स्थायी रूप से शामिल करने का निर्णय लिया। इन नोटों में सुरक्षा के कई नए फीचर्स भी जोड़े गए, जैसे विंडो सिक्योरिटी थ्रेड, गुप्त छवि और दृष्टिबाधितों के लिए इंटैग्लियो सुविधाएं। तब से, यह तस्वीर भारतीय मुद्रा का एक अभिन्न और स्थायी हिस्सा बन गई है।

भारतीय मुद्रा पर महात्मा गांधी की तस्वीर केवल एक छवि नहीं है, बल्कि यह हमारे इतिहास, संघर्ष और उन आदर्शों का प्रतीक है जिनके लिए भारत खड़ा है। 1946 में ली गई वह साधारण सी तस्वीर आज करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो हमें गांधी जी के सिद्धांतों और उनके सपनों के भारत की याद दिलाती है। यह हमें यह भी याद दिलाती है कि कैसे एक व्यक्ति की सादगी और दृढ़ संकल्प एक राष्ट्र की पहचान बन सकता है।
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