बद्रीनाथ और केदारनाथ के दर्शन साथ-साथ

शुक्रवार, 18 जनवरी 2013 (19:36 IST)
WD
इलाहाबाद अब राम जन्मभूमि के लिए श्रद्धालुओं को अयोध्या जाने की जरूरत नहीं है यूपी के प्रयाग में 14 जनवरी से चल रहे महाकुंभ मेले में भी श्रद्धालु उनकी अनुकृतियों के दर्शन कर सकते हैं।

इस बार संगम पर खास तरह की अनुकृतियों को बनाया गया है। जिन्हें यहां आने वाले श्रद्धालु काफी पंसद कर रहे हैं। महाकुंभ के त्रिवेणी पुष्प अरैल में इन सभी मंदिरों के पुराने पंडालों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।

श्रद्धालुओं को बद्रीनाथ, केदारनाथ और राम जन्मभूमि के दर्शन का अहसास कराने के लिए मॉडलों को भी लगभग मंदिर के मूल ढांचे की तरह ही तैयार किया जा रहा है।

खास बात ये है कि ये खूबसूरत मॉडल महाकुंभ के बाद भी संगम नगरी को धरोहर के रूप में मिल जाएंगे और श्रद्धालु हमेशा इनका दर्शन कर सकेंगे।

बद्रीनाथ, केदारनाथ और राम जन्मभूमि के मॉडलों का जीर्णोद्धार इलाहाबाद विकास प्राधिकरण की ओर से किया जा रहा है। इन तीर्थस्थानों के अलावा भी अरैल में बने पुष्प विहार में कई ऐतिहासिक धरोहरों का भी नवीनीकरण किया जा रहा है।

अरैल की तरफ भी लाखों श्रद्धालु कल्पवासी के रूप में बसने शुरू हो गए हैं। ऐसे में त्रिवेणी पुष्प में बने इन मंदिरों का महत्व और भी बढ़ जाता है। विकास प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि त्रिवेणी पुष्प बद्रीनाथ, केदारनाथ और राम जन्मभूमि के मॉडल तैयार किए जा रहे हैं।

मॉडलों के पूरे न होने से दुखी लोग : अभी तक मॉडल पूरी तरह से तैयार नहीं होने की वजह से थोड़े लोग दुखी भी हैं। अधिकारी बताते हैं कि इसके पीछे सोच ये थी कि विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं को क्यों न देश के प्रमुख तीर्थ स्थानों का एक मॉडल दिखाया जाए।

आधे-अधूरे बने इन निर्माणों को देखने आए ऑस्ट्रेलिया के डेनियल एक अनोखी चीज करार देते हैं। डेनियल के मुताबिक अपने सांस्कृतिक विरासत को दुनिया के सामने इस तरह पेश करना वाकई लाजवाब है।
- वेबदुनिया

वेबदुनिया पर पढ़ें