अपनी साधना तथा प्रार्थना के साधनों के लिए प्रसिद्ध हठयोगियों में से एक श्याम बाबा अपनी अजीबोगरीब साधना के लिए इलाहाबाद के महाकुंभ क्षेत्र में आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। मध्यप्रदेश से महाकुंभ में प्रवास के लिए आए राधेश्याम उर्फ श्याम बाबा 12 वर्षों से अपना दाहिना हाथ उठाए हुए हैं।
जूना अखाड़े से जुडे श्याम बाबा ने विश्वकल्याण की साधना के लिए 2001 के इलाहाबाद महाकुंभ में इस अनूठी हठ साधना का संकल्प लिया था। उनके भक्तों का दावा है कि 12 वर्षों में उन्होंने अपना दाहिना हाथ नीचे नहीं किया है और वह सभी कार्य बाएं हाथ से ही करते हैं।
श्याम बाबा के गुरु मृत्युंजय पुरी का मत है कि दूसरों के कल्याण के लिए इस तरह का त्याग हठ साधना का अंग होता है। यही नहीं श्याम बाबा अक्सर कुछ समय के लिए मौन धारण कर लेते हैं और इस समय वह मौन व्रत पर हैं जो इस महीने के अन्त तक जारी रहेगा। (वार्ता)