यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस बार पिछले साल की तुलना में अधिक कावड़ियों के आने की संभावना है। पिछले वर्ष करीब 4 करोड़ कावड़ यात्री आए थे, जबकि इस वर्ष यह संख्या और अधिक होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कावड़ मार्ग पर प्रत्येक किलोमीटर पर 1 दरोगा और 6 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे ताकि सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो।
साफ-सफाई और भोजन की व्यवस्था : प्रशासन ने शिविरों, ढाबों और होटलों में स्वच्छता और शुद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। फूड सेफ्टी विभाग की जिम्मेदारी तय की गई है कि सभी स्थानों पर शुद्ध शाकाहारी भोजन ही परोसा जाए। क्यूआर कोड के जरिये होटल और ढाबे की सम्पूर्ण जानकारी हासिल की जा सकती है, वहीं खाद्य विभाग ने ग्राहक संतुष्टि प्रपत्र भी होटलों और ढाबे पर चस्पा करवाए हैं। सभी होटल, ढाबा संचालकों और शिविर आयोजकों को साफ-सफाई व भोजन की गुणवत्ता पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बिजली और नहर व्यवस्था : कावड़ यात्रा में संपूर्ण मार्ग पर तारों को कसने का बिजली विभाग को निर्देश दिया गया है, खंभे झुके हुए न हो, बिजली के तार नीचे लटकते न हों और ट्रांसफॉर्मर्स पूरी तरह से कवर रहें। सिंचाई विभाग को नहरों में संतुलित मात्रा में पानी छोड़ने को कहा गया है। कावड़ मार्ग की 700 किलोमीटर की लंबाई में से केवल 25 किलोमीटर का कार्य शेष है, जो आगामी 2-3 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। गंगनहर पर एनडीआरएफ गोताखोरों और नाव की व्यवस्था रहेंगी। यदि किसी कांवड़िये के साथ नहाते हुए कोई हादसा हो तो उसे बचाया जा सके।
धार्मिक भावना का सम्मान और कड़ी निगरानी : मुख्य सचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि धार्मिक भावना को आहत करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई किसी की कावड़ के साथ छेड़छाड़ करते हुए उसे खंडित करता है तो उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। डीजीपी ने यह भी कहा कि डाक कावड़ पर तेज ध्वनि में संगीत बजाकर प्रतियोगिता होती है और कावड़ एक धार्मिक यात्रा है न कि कोई प्रतियोगिता।
ज्यादातर डाक कावड़िये हरियाणा से बड़े डीजे लेकर आते हैं और प्रतियोगिता करते हैं, जो कभी-कभी परेशानी का सबब बन जाती है, इसलिए हरियाणा, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से भी संपर्क कर समन्वय बनाया गया है। कावड़ यात्रा के दौरान भीड़ नियंत्रण, श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और भक्ति की भावना का पूरा ध्यान रखा जाएगा। प्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि कावड़ यात्रा शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हो।