आरोपित विजय अभिनेता अमिताभ बच्चन की फिल्म 'शहंशाह' से प्रभावित है। उसका कहना है कि लोगों को सुधारना ही उसका मकसद है। टीआई तारेश सोनी ने बताया कि के मुताबिक स्कीम-78 में स्काई कॉर्पोरेट के पास 'द स्ट्रेट' के नाम से शुभम भोलाराम चौधरी (लसूड़िया मौरी) का कैफे है। सोमवार-मंगलवार के दरमियानी रात इस कैफे में आग लग गई। सुबह जब शुभम पहुंचा तो देखा कि आग इतनी भीषण थी कि फर्नीचर, डीप-फ्रीजर, फ्रीज, काफी मशीन, समोसा मशीन, मिक्सर, डीप फ्रायर, इंडेक्शन, पिज्जा ओवन, समोसा ओवन सहित सारा सामान जल गया।
शुभम ने पहले सोचा कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी होगी लेकिन जब सीसीटीवी फुटेज निकाले तो एक वृद्ध नजर आया, जो अक्सर आसपास ही घूमता रहता था। लोगों ने उसका नाम विजय माठे बताया। बुधवार को पुलिस ने विजय को घर से गिरफ्तार कर लिया। उससे थाने में पूछताछ की तो आग लगाना स्वीकार लिया।
टीआई से वह बोला कि वहां लड़कियां सिगरेट पीती हैं। माहौल खराब हो रहा था। मैंने तो समाज में सुधार लाने के लिए आग लगाई है। टीआई ने फटकार लगाई और कहा कि कैफे में 5 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। इस पर विजय ने ठप्पे से फोन लगाया और कहा कि थाने में 5 लाख रुपए लेकर आ जाना। विजय थाने में बहकीबहकी बातें कर रहा था। टेलीफोन विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद विजय अक्सर क्षेत्र में ही घूमता देखा गया है।