थाना प्रभारी ने बताया कि हमने रैगिंग के मामले में 15 दिसंबर तक अदालत में आरोप पत्र पेश करने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने बताया कि एक पीड़ित छात्र द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की हेल्पलाइन पर की गई शिकायत के बाद हरकत में आए महाविद्यालय प्रबंधन ने अज्ञात वरिष्ठ विद्यार्थियों के खिलाफ 24 जुलाई की देर रात आपराधिक मामला दर्ज कराया था।
उधर, चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि पुलिस ने हमें अब तक रैगिंग के आरोपी वरिष्ठ विद्यार्थियों की सूची नहीं सौंपी है। जैसे ही हमें यह सूची मिलेगी, हम संबंधित विद्यार्थियों पर अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे।