यादव, इंदौर के प्रभारी मंत्री भी हैं। उन्होंने बताया कि शहर के विकास को लेकर आयोजित पिछली दो बैठकों में स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने उन्हें 11.45 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस गलियारे के कारण लोगों को होने वाली असुविधा के बारे में शिकायत की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने आवागमन को लेकर जनता की परेशानियों को देखते हुए बीआरटीएस गलियारा हटाने का निर्णय किया है और उन्हें उम्मीद है कि इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे। इंदौर के बीआरटीएस को लेकर मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में जनहित याचिका लंबित है। हम बीआरटीएस को लेकर प्रदेश सरकार के पक्ष से अदालत को भी अवगत कराएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के निरंजनपुर चौराहे से राजीव गांधी चौराहे के बीच 11.45 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस में फिलहाल 59 लोक परिवहन बसों का परिचालन किया जाता है। इस गलियारे में हर दिन करीब 60,000 यात्री सफर करते हैं।