सांसद प्रतिनिधि राजेश अग्रवाल ने कहा कि गुरमेहर की बात पर पूरे देश में भूचाल आ गया, जबकि राष्ट्रवाद पर बात होती है तो उसे भगवाकरण से जोड़ दिया जाता है। जनसंपर्क विभाग में अधिकारी रहे सुरेश तिवारी ने कहा कि आईआईटी और आईआईएम में इस तरह की घटनाएं नहीं होतीं, जेएनयू और रामजस कॉलेज में ही ऐसा क्यों होता है? दरअसल, वहां वातावरण सही नहीं है। जीडी अग्रवाल ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। परिचर्चा के दौरान पवन चौधरी, रितेश मेहता, रवि वासुदेव आदि ने भी अपने विचार रखे।