इंदौर में अब भाजपा ने नगर कार्यकारिणी का ऐलान किया है। इस कार्यकारिणी में 3 महामंत्री, 8 उपाध्यक्ष समेत 33 नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि विधायक मालिनी गौड़ के बेटे एकलव्य गौड़ को कोई पद नहीं दिया गया है।
नगर कार्यकारिणी में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय-रमेश मेंदोला के समर्थकों को ज्याद महत्व दिया गया है। हरप्रीत सिंह बक्शी, सुधीर कोल्हे, भूपेंद्र केसरी, दिप्ती हाड़ा, स्वाती काशिद, राजा कोठारी कैलाश विजयवर्गीय के गुट के गुट के माने जाते हैं।
इस बार कुछ नए चेहरों को महत्व दिया गया है। भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने विधायकों की पसंद का भी पूरा ध्यान रखा और क्षेत्रीय समीकरणों के हिसाब से ही पद दिए है। स्वाति काशिद सहित 5 महिलाए भी टीम भाजपा में शामिल हुई हैं। सुधीर कोल्हे, कैलाश पिपले और महेश कुकरेज को महामंत्री बनाया गया है। कोषाध्यक्ष सचिन बंसल बने हैं। मीडिया के लिए पुरानी टीम पर ही मिश्रा ने भरोसा किया है। मीडिया प्रभारी वरुण पाल बने है, जबकि नितिन शर्मा और रितेश शर्मा सह मीडिया प्रभारी बने है।
कैलाश विजयवर्गीय का दबदबा : भाजपा की नगर कार्यकारिणी में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय-रमेश मेंदोला के समर्थक हरप्रीत सिंह बक्शी, सुधीर कोल्हे, भूपेंद्र केसरी, दिप्ती हाड़ा, स्वाति काशिद, राजा कोठारी विजयवर्गीय खेमें से जुड़े है। इन नेतागणों को अलग-अलग पद मिले है। मेयर पुष्य मित्र भार्गव के साथी व पूर्व पार्षद भरत पारख को भी उपाध्यक्ष बनाया गया है।
सिलावट के एक समर्थक को जगह : ज्योदिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से भाजपा में आए तुलसी सिलावट समेत कई समर्थक भी भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन इस बार पार्टी ने ज्यादातर सिंधिया- सिलावट समर्थकों को कोई जिम्मेदारी नहीं दी है। राजू चौहान, पवन जायसवाल, मोहन सेंगर जैसे नेता कार्यकारिणी में जगह नहीं बना पाए। नई कार्यकारिणी में सिलावट कोटे से सिर्फ पप्पू शर्मा ही फिर रिपीट हुए है। सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया अपने ज्यादा समर्थकों को स्थान नही दिलवा पाए।
एकलव्य गौड़ को पद नहीं : चार नंबर विधानसभा से महेश कुकरेजा को मालिनी गौड़ महामंत्री पद दिलवाने में सफल रहीं। इंदू श्रीवास्तव का भी राजनीतिक प्रमोशन हो गया। वे मंडल अध्यक्ष थी। उस पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें नगर कार्यकारिणी में शामिल किया गया। पिछली कार्यकारिणी में विधायक पुत्र एकलव्य गौड़ भी थे, लेकिन इस बार उन्हें फिर पद नहीं मिला। भाजपा नेता जीतू जिराती अपने किसी समर्थक को कार्यकारिणी में स्थान नहीं दिलवा पाए। इस नई कार्यकारिणी के साथ एक बार फिर से इंदौर की राजनीति दिलचस्प होती नजर आ रही है।
Edited By: Navin Rangiyal