साक्षी ने पापा मनोज शर्मा को 10 मिनट पहले फोन पर चहकते हुए कहा था कि पापा मेरी नौकरी लग गई है और मैं जल्दी घर आकर आपको सबकुछ बताती हूं। लेकिन वह घर न पहुंच सकी। फोन के चंद मिनट बाद ही मौत उसे ऐसे सफर पर ले गई, जहां से अब वह कभी नहीं लौटेगी।
साक्षी जब लसूड़िया थाने से करीब 200 मीटर की दूरी पर थे तब उसने एक ट्रक को बाईं तरफ से ओवरटेक किया। तभी सामने से एक लोडिंग वाहन आ गया। साक्षी ने गलत दिशा से आए वाहन से बचने की कोशिश की। लेकिन वह उसके स्कूटर से टकराते हुए आगे निकल गया। इससे साक्षी असंतुलित होकर दाईं तरफ गिर गई और उसी क्षण पास से गुजर रहे ट्रक का पिछला पहिया उसके सीने पर चढ़ गया भाई शशांक बाईं तरफ गिरने के कारण बच गया लेकन साक्षी की मौत हो गई।