कैसे बनते हैं प्राकृतिक रंग
डॉ. जनक पलटा मगिलिगन व उनकी टीम इस एक हफ्ते में यह बताती है कि कैसे टेसू, गुलाब की पांखुरियां, कीनू-संतरा के छिलके, पोई, पारिजात, अंबाड़ी, पलाश आदि को सोलर ड्रायर व सोलर कुकर पर सूखाकर गीले व सूखे रंग बनाए जाते हैं। इनसे मुख्य रूप से उन्नाबी, गुलाबी, पीले, केशरिया रंग बनते हैं।