सनावदिया के मुक्तिधाम,कब्रिस्तान व बच्चों के शांतिधाम में पौधारोपण

सनावदिया के मुक्तिधाम व बच्चों के शांतिधाम में पौधारोपण
 
सनावदिया के लोगों ने मिलकर मुक्तिधाम,कब्रिस्तान व बच्चों के शांतिधाम में पौधारोपण किया
 
इंदौर के समीप ग्राम सनावदिया में लोगों ने अनूठी पहल की। यहां लोगों ने मिलकर उन स्थानों पर पौधारोपण किए जिनके बारे में लोग सामान्य रूप से सोचते भी नहीं है। जी हां, यह स्थान है जहां इंसान देह के छोड़ने के उपरांत जाता है। 

हम में से कितने लोग हैं जो यह सोचते हैं कि मृतात्माओं की रूह को भी सुकून चाहिए। ग्राम सनावदिया में उन स्थानों का चयन किया पौधारोपण के लिए।

इनमें बड़ों का शांतिधाम और कब्रिस्तान तो चुना ही साथ ही जहां असमय गुजर गए बच्चे शांति से सो रहे हैं यानी शांतिधाम को भी पौधारोपण के लिए चुना। 
  
इस अवसर पर गांव के सरपंच भारत पटेल, गांव की दीदी जनक पलटा मगिलिगन, हनुमान मंदिर के पुजारी अशोक महाराज, जनपद सदस्य लक्ष्मण रावलिया, ग्राम सचिव मोहन चौधरी,विक्रम चौधरी,विनोद पटेल, रामकरण रावलिया व समस्त युवा उज्जवल रावलिया, आशिक खान, राहुल जोशी, इरफ़ान खान, देश के पहला सोलर टी स्टाल व्यवसायी लोकेश प्रजापत ,सोनू चौधरी,नरेश निगम,अखिलेश चौधरी,  महेंद्र व उनके साथियों ने बड़ी निष्ठा,उत्साह व प्रेम से नीम, जामुन ,आम ,फूलों ,फलों व छायादार पौधे लगाए। 

साथ ही डॉ. जनक पलटा मगिलिगन ने जिम्मी मगिलिगन सेंटर फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर तैयार किए गए गाय के गोबर के सांचे से बने गमले व नारियल के खोल में जैविक विधि से विकसित किए गए काले शहतूत की कलम के पौधे रौपे। 
 
उनका कहना था कि अभी गांव में यह शहतूत की प्रजाति विलुप्त हो गई है। स्वच्छ भारत निर्माण और जलवायु परिवर्तन के खतरे से बचने के लिए तथा प्लास्टिक मुक्त होने का यह सस्ता सुंदर व टिकाऊ तरीका है। उन्होंने पौधा खोल सहित लगाया क्योंकि इसकी खास बात यह है कि फिर यही जैविक खाद बन जाता है। 
 
सनावदिया गांव में पहली बार सभी ने आगे होकर मुक्ति धाम, कब्रिस्तान व बच्चों के शांतिधाम में पौधारोपण किया व रखरखाव की जिम्मेदारी का सभी ने संकल्प लिया। 

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