कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के इंचार्ज डॉक्टर उत्तम यादव ने बताया कि हमारे पास ये कल सुबह 10 बजे ला गया और हमने 11 बजे इसका ट्रीटमेंट शुरू किया। प्राइमरी सिम्टम्स जो नोटिस में आया है वह न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। इसके बहुत से कारण हो सकते हैं, ये या रेबीज का डंप फॉर्म या कैनन डिस्टेंपर वायरस भी हो सकता है।
डॉक्टर यादव ने बताया कि बुधवार को वायरल वीडियो में देखा गया कि यह तेंदुआ ना गुरुराया और ना किसी पर अटैक किया, गांव वाले इस तेंदुए को गाय के बछड़े की तरह ट्रीट कर रहे थे। इस तरह के केस न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर में आते हैं जिसमें जानवर अपनी पहचान भूल जाता है। रैबीज संक्रमित कुत्ते को खाने या शिकार करने के दौरान कुत्ते के काटने से यह स्थिति बनी।