बताया जा रहा है कि पवन टेक्निकली मशीनों पर आधार कार्ड बनाने का काम करता था। उसमें आधार कार्ड बनाने के लिए प्रशिक्षण भी ले रखा था वहीं सरकार द्वारा आसाम में आधार कार्ड जनरेट करने का टेंडर ले रखा था। अपने दोस्तों के साथ मिलकर हैदराबाद में फर्जी एजेंट तैयार कर आधार कार्ड बनाने का काम शुरू किया। लगभग 7000 से भी अधिक आधार कार्ड पर भी बनाए गए थे।
राज्य साइबर सेल इंदौर के एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में हैदराबाद पुलिस ने गिरोह के 8 सदस्यों को पूर्व में गिरफ्तार किया था। उसमें पवन का नाम भी सामने आया था पुलिस लगातार आरोपी की तलाश कर रही थी। राज्य साइबर सेल पुलिस ने टेक्निकली डिवाइस के माध्यम से आरोपी की लोकेशन निकालकर गिरफ्तार किया है आरोपी पवन कोटिया मूल कहा शिवपुरी का रहने वाला था और काफी समय से इंदौर में ही रह रहा था।