मातृशक्तियां भी हुईं शामिल : इस रैली में हजारों की संख्या में मातृशक्ति ने भाग लिया। सामाजिक संस्थाओं, व्यापारिक संगठन, विद्यार्थी, व्यापारी, नौकरीपेशा, युवा, वृद्ध एवं समाज के हर वर्ग का व्यक्ति उपस्थित रहा। मंच पर लगभग 30 संत महात्मा व समाज के अतिविशिष्ट-जन उपस्थित रहे तथा अनेक संतो ने अपने उद्बोधन में बांग्लादेश की घटनाओं पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए इसे अविलंब रोकने के लिए सभी उपक्रम करने की समझाइश दी।