विवाह में आने वाले प्रत्येक मेहमान ने वर दर्शन और वधु तन्वी को उपहार स्वरूप पौधे भेंट किए। वर-वधु ने भी इस एतिहासिक विवाह समारोह में पौधारोपण करने के साथ विवाह के सात फेरों के साथ आठवां फेरा प्रकृति व पर्यावरण की रक्षा के संकल्प के साथ लिया। समारोह में आने वाले प्रत्येक मेहमान से प्रकृति की रक्षा को लेकर संकल्प पत्र भरवाए गए।
समारोह स्थल की सजावट के साथ ही समस्त सजावट भी पूर्णत: प्राकृतिक रूप से की गई थी। पर्यावरण को समर्पित संस्था टीग्रो के संस्थापक सदस्य सतीश शर्मा ने बताया कि आने वाले सभी मेहमानों को पहले से ही पौधारोपण की जानकारी दी गई थी। गौशाला परिसर में ही 11 हजार 111 पौधे रोपने के लिए स्वयंसेवकों द्वारा मेहमानों की मदद की गई।
उन्हें पौधे उपलब्ध करवाने से लेकर प्रत्येक मेहमान से 11 पौधे रोपित करवाए गए। दुल्हे के पिता भानू पटेल ने बताया कि इस आयोजन को प्राकृतिकरूप देने के पीछे का उद्देश्य आने वाले मेहमानों सहित शहरवासियों को एक नई परंपरा से रूबरू करवाना था। हमारी इस अनूठी पहल को मेहमानों ने सिर्फ सराहा बल्कि पर्यावरण के हित में किए जा रहे हमारे कार्यों से जीवनभर जुड़े रहने का संकल्प भी लिया।