नगर निगम अधिकारी और स्थानीय चिड़ियाघर के प्रभारी उत्तम यादव ने कहा, डेंगू उन्मूलन के लिए काम कर रहे मेरे दल, खासकर मुझसे विधायक पटवारी ने बुरी तरह बदसलूकी की और गालियां दीं। किसी भी जन प्रतिनिधि को सरकारी कर्मचारियों के साथ ऐसे बर्ताव का कोई अधिकार नहीं है।
उधर, पटवारी ने नगर निगम अधिकारी के इस आरोप पर कोई सीधी टिप्पणी नहीं की। हालांकि नाराजगी जताते हुए कहा कि निगम का डेंगू उन्मूलन दल मच्छरों और उनके लार्वा के खिलाफ दवाओं के छिड़काव के अभियान के 'उद्घाटन' के लिए भाजपा नेताओं का इंतजार कर रहा था।
राजेंद्र नगर थाने में जब यादव से उनके इस आवेदन का सबब पूछा तो उन्होंने ज्यादा बातचीत से बचते हुए कहा, सारा मसला निपट गया है। अब इस बारे में नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ही जानकारी दे सकेंगी। यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव के रिश्तेदार हैं।
इस बीच, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा ने आरोप लगाया कि अरुण यादव के इशारे पर ही नगर निगम के इस अधिकारी ने कांग्रेस विधायक पटवारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने से कदम पीछे खींच लिए। शर्मा ने कहा, पुलिस थाने जाकर उत्तम यादव के पीछे हटने से नगर निगम कर्मचारियों का मनोबल गिरा है। नगर निगम में प्रतिनियुक्ति पर बरसों से काम कर रहे इस अधिकारी को पद से हटाया जाना चाहिए।(भाषा)