भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के बाद जानलेवा बने डेंगू के खिलाफ सरकार ने आज से जनअभियान छेड़ दिया है। राजधानी भोपाल में नेहरू नगर इलाके में खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभियान की शुरुआत करते हुए फॉगिग के साथ-साथ दवाओं का छिड़काव किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदसौर,जबलपुर, इंदौर, रतलाम में लगातार कोरोना के केस आ रहे हैं इसलिए अब डेंगू को खत्म करने लिए एक बड़े जनअभियान की जरुरत है।
"डेंगू से जंग-जनता के संग" अभियान की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने आसपास जल जमाव और गंदगी न होने दें। आपका यह छोटा सा प्रयास डेंगू व मलेरिया की रोकथाम में अहम भूमिका निभायेगा। डेंगू और मलेरिया से भी हम सजग रहकर निपट सकते हैं। हम सब जानते हैं ये मच्छर से होता है। ये ऐसी जगह पनपता है जहां लार्वा हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों के गड्ढों में, खुली जगह में पानी, लार्वा को खाने वाली मछली, सफाई, छिड़काव करने का काम नगर निगम करेगा, लेकिन घर में कूलर में लार्वा पनप रहा है तो ये ध्यान हमको ही देना होगा। पानी यदि सात दिन भरा रहा तो लार्वा पनपेगा, डेंगू को यदि पूरी तरह से रोकना है। पानी उलट दें, दवा डाल दें।
डेंगू का बढ़ रहा प्रकोप- मध्यप्रदेश में डेंगू अब जानलेवा बनता जा रहा है। प्रदेश में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रदेश की राजधानी भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, बालाघाट, रतलाम, मंदसौर, आगर मालवा और छिंदवाड़ा में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। ग्वालियर, बालाघाट और रतलाम के बाद अब इंदौर में भी डेंगू से मरीज की मौत की खबर है।
राजधानी भोपाल में डेंगू के मरीजों की संख्या 200 से अधिक है। सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों की ओपीडी में सर्दी, जुकाम और बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में बड़े पैमाने पर इजाफा हुआ है। अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या तीन से चार गुना तक बढ़ गई है।