वित्तमंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कर प्राप्तियां 26.02 लाख करोड़ रुपए का अनुमान है। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो पहले के अनुमान 5.9 प्रतिशत से कम है।
राजकोषीय घाटा 55 प्रतिशत पहुंचा : केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा दिसंबर 2023 के अंत में 9.82 लाख करोड़ रुपए या वार्षिक बजट लक्ष्य के 55 प्रतिशत पर पहुंच गया है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में राजकोषीय घाटा बजट अनुमान का 59.8 प्रतिशत था। सीतारमण ने कहा कि विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए राज्यों को 50 साल के लिए 75,000 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा। 2014 से पहले की हर चुनौती को हमारे आर्थिक प्रबंधन के माध्यम से दूर किया गया है।(भाषा)