केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले महीने कहा था कि वह देश में सर्वाइकल कैंसर के मामलों पर बारीकी से नजर रख रहा है और राज्यों तथा विभिन्न स्वास्थ्य विभागों के साथ नियमित संपर्क में है। वित्तमंत्री की घोषणा का स्वागत करते हुए सीरम इन्स्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आदर पूनावाला ने कहा मैं सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष के आयु वर्ग की लड़कियों के टीकाकरण की भारत सरकार की घोषणा का स्वागत करता हूं। आइए, एचपीवी से बचाव का संकल्प लें और टीकाकरण तक आसान पहुंच सुनिश्चित करें।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य देखभाल के दायरे में सभी आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को लाना, और मेडिकल कॉलेजों की स्थापना और मातृ तथा शिशु स्वास्थ्य देखभाल योजनाओं को व्यवस्थित करना स्वास्थ्य के लिए सरकार की गहन प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सरकार ने पिछले साल मार्च में राज्यसभा को बताया था कि बीमारी के दबाव पर ताजा प्रमाण, एचपीवी टीके की एकल खुराक की प्रभावशीलता पर प्रमाण, क्लीनिकल परीक्षण के आंकड़े और टीके की शुरूआत पर सिक्किम सरकार के अनुभव के आधार पर, जून 2022 में टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजी) ने एक सिफारिश की थी।
दुनियाभर में महिलाओं की कुल आबादी का 16 फीसदी हिस्सा भारत में है। सर्वाइकल कैंसर के लगभग एक चौथाई मामले और वैश्विक स्तर पर सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से लगभग एक-तिहाई मौत भारत में होती हैं। अधिकारियों ने कहा था कि भारतीय महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होने का जोखिम 1.6 प्रतिशत और सर्वाइकल कैंसर से मृत्यु का जोखिम एक प्रतिशत है।
कुछ हालिया अनुमानों के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 80,000 महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है और करीब 35,000 महिलाओं की इसके कारण मृत्यु हो जाती है। मेर्क शार्प एंड दोहमे की सहायक शाखा एमएसडी फर्मास्यूटिकल्स प्रालि भारत में एचपीवी के टीके गर्डसिल 4 का विक्रय करती है जिसकी वर्तमान में प्रति खुराक कीमत 3,927 रुपए है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour