Budget expectation 2024 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लोकसभा में पेश होने वाले अंतरिम बजट में आम लोगों को बड़ी राहत दे सकती है। मीडिया खबरों के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा कवर को 5 लाख से बढ़ाकर 7.5 लाख किया जा सकता है।
कैसे किया गया लाभार्थियों का चयन? गरीबों के लिए मेडिक्लेम मानी जाने वाली इस योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किया गया है। देश की लगभग 40 प्रतिशत आबादी को इस योजना का लाभ मिल रहा है। आधार नंबर से परिवारों की सूची तैयार की गई है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी पहचान पत्र की जरूरत नहीं होगी।
कैसे मिलता है योजना का लाभ : मरीज को अस्पताल में भर्ती होने के बाद अपने बीमा दस्तावेज देने होंगे। इसके आधार पर अस्पताल इलाज के खर्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगा और बीमित व्यक्ति के दस्तावेजों की पुष्टि होते ही इलाज बिना पैसे दिए हो सकेगा। इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवा सकेगा। योजना के तहत जिन निजी अस्पतालों को शामिल किया गया है उनके नाम आयुष्मान भारत योजना के पोर्टल पर दिए गए हैं। इससे सरकारी अस्पतालों में अब भीड़ कम होगी। सरकार इस योजना के तहत देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलेगी जोकि आवश्यक दवाएं और जांच सेवाएं निःशुल्क मुहैया कराएंगे।
पैकेज रेट के आधार पर भुगतान : इलाज पर अस्पताल मनमाने तरीके से वसूली न कर सकें और लागत नियंत्रण रखा जा सके इसके लिए इलाज संबंधी पैकेज रेट तय किए गए हैं। आयुष्मान भारत योजना के रेट में इलाज संबंधी सभी तरह के (दवाई, जांच, ट्रांसपोर्ट, इलाज पूर्व, इलाज पश्चात के खर्चे) व्यय शामिल होंगे।