नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि दुनियाभर में गंभीर संकट के बीच भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था है और पिछली लगातार 2 तिमाहियों में आर्थिक वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत रही है। उन्होंने कहा कि पहले हम 5 सबसे नाजुक अर्थव्यवस्था में शामिल किए जाते थे। आज 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।
उल्लेखनीय है चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही है। वहीं जुलाई-सितंबर की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था 7.6 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।
उन्होंने बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'भारत को पहले 5 सबसे नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया जाता था। आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।'
राष्ट्रपति ने कहा कि दुनियाभर में गंभीर संकट के बीच भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि देश में पहले मुद्रास्फीति की दर दहाई अंक में रहा करती थी जो अब चार प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में विश्व ने दो बड़े युद्ध देखे और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना किया। ऐसे वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा, सामान्य भारतीय का बोझ नहीं बढ़ने दिया।
बैंकिंग क्षेत्र पर उन्होंने कहा कि पहले हमारी बैंकिग व्यवस्था चरमरा रही थी, पर आज हम विश्व में सबसे मजबूत बैंकिंग प्रणालियों में से एक हैं। आज बैंकों की गैर-निष्पादित आस्तियां (NPA) 4 प्रतिशत ही हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि विकसित भारत की भव्य इमारत चार स्तंभों- युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान और गरीब पर खड़ी होगी। इन चार स्तंभों को सशक्त करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है।
राष्ट्रपति ने सरकार की प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मोर्चे पर काम लगातार जारी है।