इराक में अमेरिका के नेतृत्व में हमले की वर्षगांठ पर मंगलवार को विभिन्न इराकी शहरों में लगभग एक साथ हुए हमलों में 44 लोग मारे गए। ये हमले ऐसे समय हुए जब कुछ दिन बाद ही बगदाद ऐतिहासिक अरब शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है।
पिछले एक महीने में यह हिंसा सबसे भीषण रही है, जिसमें करीब 200 लोग घायल हो गए हैं। ये हमले तेल समृद्ध उत्तरी किरकुक शहर से लेकर दक्षिण में पवित्र शहर करबला के विभिन्न स्थानों पर स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजे से नौ बजे के बीच हुए।
इन हमलों की जिम्मेदार अभी तुरंत किसी ने नहीं ली है, लेकिन अधिकारियों को आशंका है कि अलकायदा या सुन्नी समर्थक अगले सप्ताह होने जा रही वार्षिक अरब लीग सम्मेलन में बाधा डालने का प्रयास करेंगे।
इराक में लंबे समय के बाद अरब लीग की बैठक होने जा रही है। पिछले साल बगदाद में बैठक आयोजित करने की योजना को सुरक्षा कारणों से स्थगित कर दिया गया था। आज के हमले में शिया शहर करबला को निशाना बनाया गया। जहां भीड़ भरे खरीददारी एवं और रेस्त्रां वाले इलाके में दो कारों में विस्फोट हो गया।
स्थानीय प्रांतीय परिषद के सदस्य हुसैन शधान अल आबदी ने बताया कि इस हमले में 13 लोग मारे गए, जबकि 50 अन्य घायल हो गए। आबदी ने कहा कि इन हमलों का उद्देश्य करबला और इराक के अन्य शहरों में सुरक्षा स्थिति को अस्थिर बनाना और सरकार में लोगों के विश्वास को खत्म करना था।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि आतंकवादी बगदाद में होने जा रहे अरब लीग सम्मेलन में बाधा डालना चाहते हैं। वे अरब नेताओं को यह संदेश देना चाहते हैं कि इराक यात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षित नहीं है। यह हमले आज दिन की शुरुआत से प्रारंभ हुए।
उग्रवादियों ने फलूजा शहर में एक पुलिस अधिकारी के घर को उड़ा दिया, अत्यधिक सुरक्षा वाले ग्रीन जोन इलाके के नजदीक बम रखे, किरकुक में पुलिस स्टेशन में बम से विस्फोट किया। जिन आठ ठिकानों पर हमला किया गया, वहां ज्यादातर पुलिस और सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाया गया। (भाषा)