अमेरिका का B2 स्टिल्थ बॉम्बर से 3 ईरानी न्यूक्लियर साइट्स पर हमला, जानिए कितना है खतरनाक?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 22 जून 2025 (13:02 IST)
B2 stealth bomber : इजराइल ईरान युद्ध उस समय और तेज हो गया जब अमेरिका ने घातक हथियारों से ईरान की 3 न्यूक्लियर साइट्स पर हमला कर दिया। अमेरिकी सेना ने ईरान में पर्वतीय क्षेत्र में बनाए गए फोर्दो परमाणु ऊर्जा संवर्धन संयंत्र पर ‘बंकर-बस्टर’ बमों का से हमला किया। करीब 30,000 पाउंड वजनी ‘बंकर-बस्टिंग’ अमेरिकी बम को ‘जीबीयू-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनिट्रेटर’ के रूप में जाना जाता है, जिसका इस्तेमाल जमीन के भीतर लक्ष्य को भेदने और विस्फोट में किया जाता है। ईरान के परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमले के लिए बी-2 स्टील्थ बॉम्बर का इस्तेमाल भी किया गया। ALSO READ: अमेरिका ने बंकर बस्टर बम से तबाह की न्यूक्लियर साइट्स, ट्रंप ने कहा ईरान में शांति होगी या त्रासदी
 
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया कि ईरान के परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमले के लिए बी-2 स्टील्थ बॉम्बर का इस्तेमाल किया गया। ट्रंप ने बताया कि फोर्डो पर हमले के लिए 6 बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल किया गया। वहीं नतांज और इस्फहान पर हमले के लिए 30 टॉमहॉक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। 
 
क्या बी-2 स्टील्थ बॉम्बर : बी-2 स्टील्थ बॉम्बर अमेरिकी वायुसेना का बेहद खास हथियार है। 1989 में अपनी पहली उड़ान के बाद से यह विमान दुनिया के सबसे ज्यादा समय तक संचालित होने वाले विमानों में से एक है। नॉर्थरोप ग्रूमन कंपनी द्वारा बनाया गया बी-2 स्टील्थ बॉम्बर में दुश्मन के एयर डिफेंस को भेदने की अद्भुत क्षमता है। बी-2 बमवर्षक को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे आसानी से ट्रैक नहीं किया जा सकता। यह बेहद उंचाई पर उड़ान भर सकता है इस वजह से दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस के लिए भी इसे भेद पाना आसान नहीं है। यह बॉम्बर पूरी सटीकता से दुश्मन ठिकानों पर हमला कर सकता है। ALSO READ: ईरान का पलटवार, तेल अवीव और हाईफा समेत कई शहरों पर दागी बैलेस्टिक मिसाइलें
 
बी 2 स्टील्ड बॉम्बर केवल अमेरिका के पास ही मौजूद है। बंकर बस्टर बम, टॉमहॉक मिसाइल जैसे घातक हथियारों को चलाने के लिए इस बॉम्बर की आवश्यकता होती है। यह 6 हजार नॉटिकल मील की गति से उड़ान भर सकता है और भारी भरकम हथियारों को ले जाने में सक्षम है। यह एक बार में 2 बंकर बूस्टर बम ले जा सकता है।

हमले के बाद एक और अमेरिका और इजराइल ने ईरानी परमाणु केंद्रों की तबाही का दावा किया वहीं अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए), सऊदी अरब और ईरान ने कहा कि ईरान के परमाणु केंद्रों पर हमले के बाद वहां विकिरण के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
edited by : Nrapendra Gupta 

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