सीरिया में 52 प्रदर्शनकारियों की हत्या

रविवार, 7 अगस्त 2011 (21:55 IST)
सीरिया के दो मानवाधिकार संगठनों ने दावा किया है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में रविवार को कम से कम 52 लोग मारे गए हैं। दूसरी ओर सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद ने सैन्य कार्रवाई का समर्थन किया है।

सुरक्षा बलों की कार्रवाई में देर अजोर और हुला शहर में रविवार को सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। ‘सीरियन लीग फार द डिफेंस ऑफ ह्यूमन राइट्स’ के प्रमुख अब्दुल करीम रिहावी के मुताबिक सुरक्षा बलों ने देर अजोर शहर में कम से कम 42 लोगों की हत्या कर दी। होम्स प्रांत के हुला शहर में भी कम से कम 10 लोग मारे गए हैं।

सीरिया में ‘नेशनल आर्गनाइजेशन फार ह्यूमन राइट्स’ के प्रमुख अमार कुराबी ने बताया कि देर अजोर में 42 और हुला में 17 लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि इदलिब में 10 लोग मारे गए है।

असद ने सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि ‘अपराधियों’ के खिलाफ कार्रवाई करना सरकार का फर्ज है।

सरकारी समाचार एजेंसी सना के मुताबिक असद ने कहा कि सीरिया सुधार के रास्ते पर है। अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना सरकार का फर्ज है। हमें अपनी सुरक्षा करनी है और आम लोगों को बचाना है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने भी असद से रक्तपात रोकने की अपील की थी।

उधर, पोप बेनेडिक्ट 16वें ने आज कहा कि सीरियाई प्रशासन को जनता की उम्मीदों के मुताबिक कदम उठाना चाहिए। ब्रिटेन स्थित ‘सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ संगठन के प्रमुख रमी अब्दुल रहमान ने कहा कि लगभग 25 टैंकों के साथ सैनिक हुला शहर में दाखिल हुए और अभियान चलाया।

हुला मध्य प्रांत होम्स का शहर है। रहमान ने कहा कि यहां कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। रहमान ने कहा कि देर अजोर शहर में बड़ी संख्या में टैंकों की तैनाती की गई है। लोगों सुरक्षा बलों की बर्बर कार्रवाई की डर से यहां से चले गए हैं।

उन्होंने कहा कि देर अजोर के कई हिस्सों में गोलाबारी की आवाज सुनी गई है। दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस मानवाधिकार संगठन के अनुसार सीरियाई सरकार ने सेना के जरिए लोकतंत्र समर्थक आंदोलन को कुचलने का अभियान छेड़ा हुआ है और इसमें अब तक करीब 2038 नागरिक मारे जा चुके हैं और हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

सुरक्षा बलों ने शनिवार को राजधानी दमिश्क में विपक्ष के बड़े नेता वलीद अल-बनी और उनके दो बेटों को गिरफ्तार किया था। उधर, अरब लीग ने सीरियाई सरकार का आह्वान किया है कि वह तत्काल हिंसा रोके। लीग के महासचिव नबील अल-अरबी ने कहा कि सीरियाई सरकार को तत्काल हिंसा रोकनी चाहिए। सुरक्षा बलों के अभियान को रोकने की जरूरत है। (भाषा)

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