क्यों डरे हुए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, घर और बाहर दोनों जगह घिरे

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मंगलवार, 8 जुलाई 2025 (16:15 IST)
Why is US President Donald Trump scared: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत से ही लगातार विवाद बने हुए हैं। उनकी कार्यशैली धमकियों वाली रही है। वे अपनी नीतियों के कारण न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अपने घर यानी अमेरिका में भी घिरे हुए हैं। टैरिफ लागू करने के मामले में तो आए दिन उनका किसी न किसी देश से पंगा होता ही रहता है। हालांकि उन्होंने टैरिफ लागू करने की डेडलाइन 9 जून से बढ़ाकर 1 अगस्त कर दी है। 
 
हाल ही में BRICS देशों ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा BRICS देशों पर लगाए गए टैरिफ और व्यापार नीतियों की कड़ी निंदा की है। रियो डी जनेरियो में सम्मेलन के समापन पर ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने कहा कि दुनिया बदल गई है। हमें किसी सम्राट की जरूरत नहीं है। यह टिप्पणी ट्रंप द्वारा BRICS देशों को 'अमेरिका विरोधी' रुख अपनाने पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की चेतावनी के कुछ घंटों बाद आई। ट्रंप ने कहा है कि ब्रिक्स देश यदि अमेरिका विरोधी नीतियां जारी रखते हैं तो उन पर 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है। ब्रिक्स सम्मेलन में ईरान पर हमले को लेकर भी अमेरिका की आलोचना की गई थी। ALSO READ: ब्रिक्स देशों को डोनाल्ड ट्रंप ने क्यों दे डाली धमकी, क्या है 10% टैरिफ कनेक्शन
 
ब्रिक्स से क्यों डरे हैं ट्रंप : जानकारों की मानें तो ब्रिक्स को लेकर ट्रंप का डर अमेरिका का हित से जुड़ा हुआ है। ब्रिक्स देश यदि आपस में व्यापार को बढ़ावा देते हैं, तो इससे अमेरिका की मुश्किलें बढ़ना स्वाभाविक हैं। बिक्स में रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के अलावा दुनिया के 2 सबसे बड़े देश भारत और चीन भी हैं। इनके अलावा अब इस समूह में मिस्र, इथोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और यूएई भी जुड़ गए हैं। ट्रंप को डर है कि यदि ये देश अपनी करेंसी में व्यापार करते हैं तो इससे डॉलर की हालत खराब होना तय है। इसका असर अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। ALSO READ: LIVE: ब्रिक्स देश आतंकवाद के खिलाफ हुए एकजुट तो ट्रंप ने दे डाली 10 फीसदी टैरिफ की धमकी
 
दरअसल, दुनिया का 50 फीसदी व्यापार डॉलर में होता है। फिलहाल ट्रंप ने जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और कजाकिस्तान पर 25 प्रतिशत, दक्षिण अफ्रीका पर 30 प्रतिशत, जबकि म्यांमार और लाओस पर 40 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह टैरिफ पूर्व के मुकाबले काफी ज्यादा है। जापान और दक्षिण कोरिया पर तो यह 1.6 प्रतिशत और 3.3 फीसदी था। ये दोनों ही देश अमेरिका के दोस्तों की सूची में शामिल हैं। 
 
अमेरिका में मस्क ने भी डराया : किसी समय राष्ट्रपति ट्रंप के खास रहे अरबपति कारोबारी एलन मस्क के रिश्ते भी उनके साथ खराब हो गए हैं। मस्क ने ट्रंप को चुनौती देने के लिए अमेरिकी पार्टी नाम से एक नई पार्टी का ऐलान कर दिया है, जो अमेरिका के अगले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। मस्क ने राष्ट्रपति‍ चुनाव में ट्रंप की अरबों रुपए का चंदा देकर मदद की थी। 
 
इसके अलावा ऐसे भी कई मामले में जिनमें ट्रंप घरेलू मोर्चे पर उलझे हुए हैं। अमेरिका फर्स्ट की नीति विदेशी मोर्चे पर ट्रंप के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। पेरिस समझौते से पीछे हटना या पर्यावरण संरक्षण नियमों को कमजोर करना पर्यावरणविदों और अन्य देशों के साथ विवादों को हवा देगा। इनके अलावा व्यापार टैरिफ और ट्रंप की कई अन्य नीतियां आने वाले समय में उनके लिए मुश्किल का कारण बन सकती हैं। इतना ही नहीं, उनकी भड़काऊ और ध्रुवीकरण करने वाली बयानबाजी लगातार विवादों को जन्म देती है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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