अमेरिका ने अब तक का सबसे एडवांस लड़ाकू विमान B-21 रेडर अपने एयरफोर्स में लांच कर दिया है। इस विमान को राफेल से भी कई गुना तेज बताया गया है, क्योंकि राफेल जैसे विमान 5वीं जेनरेशन के हैं, जबकि रेडर बी-21 लेटेस्ट 6ठी जेनरेशन का लड़ाकू विमान है। अमेरिका इसके जरिए दुनिया के किसी भी हिस्से पर हमले की चेतावनी देकर जियोपॉलिटिक्स में सरदार बना रहेगा।
खबरों के अनुसार, शुक्रवार यानी 2 दिसंबर को लांच हुआ लड़ाकू विमान B-21 रेडर छठी जेनरेशन का विमान है। इसे राफेल लड़ाकू विमान से भी एडवांस बताया गया है। यह साइज में काफी छोटा है। इस वजह से इसकी स्पीड भी 3600 किलोमीटर प्रति घंटा बताई गई है।
अमेरिकी एयरक्राफ्ट B-1, B-2 ग्रुप के अपडेटेड बॉम्बर लड़ाकू विमान होने की वजह से इसका नाम 'B' से शुरू हुआ है। अभी किसी देश के पास ऐसा हथियार नहीं है।अमेरिका को ऐसे लड़ाकू विमान की जरूरत थी, जो किसी देश को भनक लगे बिना उस देश में घुसकर हमला कर सके यानी यह विमान पूरी दुनिया में कहीं भी हमला करने की क्षमता रखता है।
इस लड़ाकू विमान को बनाने वाली कंपनी इससे पहले भी B-1, B-2 जैसे ताकतवर एयरक्राफ्ट बना चुकी है।अमेरिकी वायुसेना के बेड़े में नए साल की शुरुआत में ही लड़ाकू विमान तबाही मचाने के लिए तैनात हो जाएगा।यह विमान इस तरह से बनाया गया है कि भविष्य में जरूरत पड़ने पर इसको अपडेट किया जा सके, B-21 रेडर में क्लाउड तकनीक का प्रयोग किया गया है, जिससे यह बिना पायलेट के भी ऑपरेट हो सकेगा।
यह लड़ाकू विमान पनडुब्बियों तथा जहाजों में प्रयोग होने वाली तकनीक से बनाया गया है, जिससे यह राडार तथा सोनार की पहुंच से दूर रहेगा, यह आसमान से होने वाली लड़ाई में आधुनिक हथियारों से लैस होगा। यह परमाणु हथियार से हमला करने में भी सक्षम है।