सोमवार को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया अपने एक कारखाने में तरल-ईंधन से संचालित होने वाली एक अथवा दो अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का निर्माण कर रहा है। यह वही कारखाना है जहां अमेरिका तक पहुंचने में सक्षम देश की पहली मिसाइलों का निर्माण किया गया था।