इस्लामाबाद। भारत में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बिलावल ने इस पर सफाई दी है। बिलावल की मानें तो उनका उद्देश्य भारत में मुसलमानों के लिए जारी भेदभाव और नफरत के खिलाफ आवाज उठाना था। उन्होंने एक बार फिर जहर उगला है।
बेहतर होगा कि उनके खिलाफ प्रदर्शन करने की बजाय नफरत और भेदभाव के विरोध में आवाज उठाएं। बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया था।
न्यूयॉर्क में पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे पीएम मोदी और आरएसएस से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी टिप्पणी इतिहास के हिसाब से थी और इतिहास को मिटाना काफी मुश्किल होता है।
पीएम मोदी के लिए उन्होंने जो शब्द इस्तेमाल किया, वह उनका आविष्कार नहीं है, बल्कि भारतीय मीडिया द्वारा गढ़ा गया था।
भुट्टो ने कहा कि 'वर्तमान भारतीय प्रधानमंत्री ने गुजरात में जो भूमिका निभाई है, इतिहास उसका गवाह है। भाजपा या आरएसएस कितना भी विरोध कर लें, वे इतिहास को विकृत नहीं कर सकते। एजेंसियां Edited by Sudhir Sharma