लाहौर में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की हत्या, सरबजीत की हत्या में था शामिल

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 14 अप्रैल 2024 (16:36 IST)
लाहौर में अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की 'अज्ञात हमलावरों' ने गोली मारकर हत्या कर दी। अमीर सरफराज ने ISI के इशारे पर पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक सरबजीत की हत्या की थी। पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में अमीर सरफराज ने सरबजीत की पॉलीथिन से गला घोंटकर और पीट- पीट कर हत्या कर दी थी। पंजाब के सरबजीत को पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी सेना ने पकड़ा था। इससे पहले पाकिस्तान में 20 आतंकियों की हत्याएं हो चुकी हैं। 

नहीं मिले थे सबूत : सरफराज और अन्य के खिलाफ पाकिस्तान में सरबजीत सिंह पर हमला करने का केस चला था, लेकिन 2018 में सबूतों की कमी के आधार पर उसे बरी कर दिया गया था। 
 
सरबजीत पर लगाए थे झूठे मुकदमे : पंजाब के तरनतारन जिले के भिखीविंड गांव के रहने वाले किसान सरबजीत सिंह गलती से 30 अगस्त 1990 को पाकिस्तानी चले गए थे। वहां पाकिस्तानी सेना ने उन्हें गिरफ्तार करके जेल में बंद कर दिया था। सरबजीत पर पाकिस्तान ने झूठे मुकदमे लादते हुए आरोप लगाया कि लाहौर और फैसलाबाद में हुए बम धमाकों में सरबजीत सिंह का हाथ था। बम धमाके में कुल 14 लोगों की मौत हुई थी और सरबजीत को मौत की सजा सुना दी गई। 
 
भारत सरकार ने की थी कोशिशें : सरबजीत की बहन दलबीर, पत्नी सुखप्रीत के अलावा भारत सरकार ने भी सरबजीत को वापस भारत लाने की बहुत कोशिशें कीं, लेकिन ये प्रयास सफल नहीं हो सके। इसी दौरान सरबजीत पर पाकिस्तान के लाहौर स्थित जेल में हमला कर दिया गया, जिसमें उनकी जान चली गई। जेल में सजा काटने के दौरान सरबजीत के सिर पर ईंटों से वार किया गया था। इसके बाद उन्हें लाहौर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी। 
 
अभी तक 20 का खात्मा : पाकिस्तान में पिछले कुछ सालों में भारत के कई दुश्मन आतंकियों की एक-एक कर हत्या होती रही है। 'अज्ञात हमलावरों' ने अब तक कई आतंकियों को ढेर कर दिया है। बीते दिनों ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि 2019 में हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद से भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ ने विदेशी धरती पर 20 लोगों की हत्या की है। 
 
नई दिल्ली ने उन लोगों को निशाना बनाने की नीति लागू की हुई है, जिसे वे भारत का दुश्मन मानते हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार, ये मौतें ज्यादातर संयुक्त अरब अमीरात से संचालित होने वाले भारतीय खुफिया स्लीपर-सेल द्वारा की गई थीं। हालांकि, भारत सरकार ने इन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया था। Edited by: Sudheer Sharma

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