Annabelle Doll real story: हॉरर फिल्मों के शौकीनों के लिए 'एनाबेल डॉल' का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यह नाम सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं और एक रहस्यमय डर का एहसास होता है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से फैली कि दशकों से वॉरेन के ऑकल्ट म्यूजियम में सुरक्षित रखी गई यह 'भूतिया' गुड़िया म्यूजियम से गायब हो गई है, जिसने दुनिया भर के हॉरर प्रेमियों को चिंतित कर दिया। लेकिन क्या वाकई एनाबेल डॉल अपने डिस्प्ले केस से गायब हो गई है? आइए जानते हैं इस वायरल खबर की सच्चाई और एनाबेल डॉल से जुड़ी कुछ रोचक बातें।
क्या एनाबेल डॉल वाकई म्यूजियम से गायब हुई?
नहीं, एनाबेल डॉल म्यूजियम से गायब नहीं हुई है! यह खबर केवल एक अफवाह थी जिसने इंटरनेट पर तूफान मचा दिया था। एड और लोरेन वॉरेन (जो प्रसिद्ध पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर थे) के परिवार और संबंधित अधिकारियों ने तुरंत इस अफवाह का खंडन किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि एनाबेल डॉल आज भी वॉरेन के ऑकल्ट म्यूजियम (Warren's Occult Museum) में अपने विशेष, तालेबंद कांच के केस में सुरक्षित रखी हुई है।
कौन है एनाबेल डॉल और क्यों है यह इतनी फेमस?
एनाबेल कोई साधारण गुड़िया नहीं है। यह रैगेडी ऐन (Raggedy Ann) नाम के एक लोकप्रिय कार्टून कैरेक्टर जैसी दिखने वाली एक विंटेज डॉल है, जिसे 1970 में एक नर्सिंग छात्रा डोना को उसकी माँ ने तोहफे में दिया था। डोना और उसकी रूममेट एंजी ने जल्द ही गुड़िया के साथ अजीबोगरीब घटनाओं का अनुभव करना शुरू कर दिया, जैसे गुड़िया का खुद से कमरे में अपनी जगह बदलना, छोटे-छोटे संदेश छोड़ना, और कभी-कभी खून जैसे धब्बे दिखाना।
जब स्थिति असहनीय हो गई, तो उन्होंने पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर एड और लोरेन वॉरेन से संपर्क किया। वॉरेन दंपत्ति ने जांच के बाद निष्कर्ष निकाला कि गुड़िया किसी आत्मा से नहीं, बल्कि एक शैतानी शक्ति से ग्रस्त है। उन्होंने गुड़िया को अपने कब्जे में ले लिया और उसे अपने 'ऑकल्ट म्यूजियम' में एक विशेष रूप से निर्मित कांच के बक्से में सुरक्षित रखा, जिसके बाहर चेतावनी लिखी थी कि इसे छुआ न जाए। एनाबेल डॉल को प्रसिद्धी तब मिली जब वॉरेन दंपत्ति ने अपनी जांचों और अनुभवों को सार्वजनिक करना शुरू किया। उनकी कहानियों और इस 'प्रेतवाधित' गुड़िया के इर्द-गिर्द बुनी गई वास्तविक घटनाओं ने इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खौफ का प्रतीक बना दिया।
एनाबेल डॉल पर बनी फिल्में
एनाबेल डॉल की कहानी पर हॉलीवुड में कई सफल हॉरर फिल्में बनी हैं, जो 'द कॉन्ज्यूरिंग यूनिवर्स' का हिस्सा हैं: 1.एनाबेल (Annabelle - 2014): यह पहली फिल्म थी जो सीधे तौर पर इस गुड़िया की उत्पत्ति और उसके शुरूआती आतंक पर केंद्रित थी। 2.एनाबेल: क्रिएशन (Annabelle: Creation - 2017): यह फिल्म एनाबेल के निर्माता और उस भयावह घटना की पड़ताल करती है जिसके कारण गुड़िया में बुराई का वास हुआ। 3.एनाबेल कम्स होम (Annabelle Comes Home - 2019): इस फिल्म में एनाबेल को वॉरेन के म्यूजियम से भागते हुए दिखाया गया है, जो म्यूजियम में मौजूद अन्य भूतों को सक्रिय कर देती है।
ये फिल्में एनाबेल की खौफनाक कहानियों को बड़े पर्दे पर लेकर आईं, जिससे इसकी प्रसिद्धि और भी बढ़ी।
क्या यह वाकई है भूतिया?
क्या एनाबेल डॉल वाकई भूतिया है? यह सवाल हमेशा बहस का विषय रहा है। विज्ञान और तर्कवादी इसे केवल एक पुरानी गुड़िया और मनोवैज्ञानिक प्रभाव मानते हैं, जबकि पैरानॉर्मल में विश्वास रखने वाले लोग और वॉरेन दंपत्ति के अनुयायी इसे एक वास्तविक शैतानी शक्ति से ग्रस्त मानते हैं। वॉरेन दंपत्ति का दावा था कि इस गुड़िया ने कई लोगों को नुकसान पहुँचाया है और इसे एक जगह पर बंद रखना ही सुरक्षित है।
एनाबेल डॉल की 'सच्चाई' विश्वास और तर्क के बीच कहीं ठहरती है। भौतिक रूप से, यह एक पुरानी कपड़े की गुड़िया है। लेकिन इसके साथ जुड़ी कहानियाँ, एड और लोरेन वॉरेन जैसे सम्मानित पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर के दावे, और इस पर बनी सफल हॉरर फिल्में, इसे एक सांस्कृतिक आइकन बना चुकी हैं। यह लोगों को यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या अज्ञात शक्तियाँ वाकई मौजूद हैं। अब चाहे लोग इसे सच मानें या सिर्फ एक कहानी, एनाबेल डॉल ने निश्चित रूप से लोगों के दिमाग में एक गहरी छाप छोड़ी है और हॉरर जॉनर में अपनी एक अमर जगह बना ली है।