मतार (24) ने कहा कि वह ईरान के दिवंगत सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला रूहोल्ला खामनेई को एक बहुत अच्छा व्यक्ति मानता है, लेकिन वह यह नहीं कहेगा कि वह 1989 में ईरान में खामनेई द्वारा जारी किसी फतवे का पालन कर रहा था। रुश्दी की पुस्तक 'द सैटेनिक वर्सेज' को लेकर खामनेई ने उन्हें (रुश्दी को) जान से मारने का फतवा जारी किया था।
मतार ने कहा कि वह हमले से 1 दिन पहले बस से बफेलो पहुंचा था और इसके बाद वह कैब से चौटाउक्वा पहुंचा। उसने कहा कि उसने चौटाउक्वा इंस्टीट्यूट मैदान का पास खरीदा और रुश्दी के व्याख्यान से पहले वाली रात को घास पर सोया। मतार का जन्म अमेरिका में हुआ है, लेकिन उसके पास दोहरी नागरिकता है। वह लेबनान का भी नागरिक है, जहां उसके माता-पिता का जन्म हुआ था।