पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा पर बड़ा आरोप, 6 साल में अरबपति बन गया परिवार
सोमवार, 21 नवंबर 2022 (19:44 IST)
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल समाप्त होने से 2 हफ्ते पहले ही उन पर बड़ा आरोप लगा है। सेना प्रमुख बाजवा को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पाकिस्तानी मीडिया की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना प्रमुख बाजवा का परिवार 6 सालों में अरबपति हो गया है। जबकि दूसरी ओर इससे हर कोई वाकिफ है कि पाकिस्तान किस हद तक गरीबी का सामना कर रहा है।
खबरों के अनुसार, एक पाकिस्तानी वेबसाइट 'फैक्ट फोकस' ने दावा किया है कि जनरल कमर जावेद बाजवा के परिवार वाले उनके 6 साल के कार्यकाल में कई गुना अमीर हो गए हैं। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख के पद पर रहते हुए पिछले 6 सालों के दौरान जनरल कमर जावेद बाजवा के करीबियों और परिवार की संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि महनूर साबिर, जो बाजवा के घर की बहू हैं वे भी अरबपति बन गईं। महनूर के पास 34 करोड़ रुपए की कृषि भूमि, डीएचए लाहौर के फेज 7 सेक्टर सी में 49 करोड़ रुपए के 7 कमर्शियल प्लॉट, 7 करोड़ रुपए के ग्रैंड हयात इस्लामाबाद अपार्टमेंट, डीएचए गुजरांवाला में 7.2 करोड़ रुपए के 8प्लॉट और एक कंपनी के पास 15 रुपए के 15 हजार के शेयर हैं। 6 साल में बाजवा की पत्नी आयशा भी अरबपति बन गई हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अक्टूबर 2018 के अंतिम सप्ताह में उनके परिवार की एक युवा महिला की घोषित संपत्ति का कुल मूल्य शून्य था। पिछले 6 सालों में बाजवा के रिश्तेदारों और करीबियों ने कराची, लाहौर समेत पाकिस्तान के बड़े शहरों में फॉर्म हाउस बनाए, इंटरनेशनल बिजनेस और कॉमर्शियल प्लाजा शुरू किए।
इसके अलावा उन्होंने विदेशों में प्रॉपर्टी भी खरीदी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 6 वर्षों के दौरान पाकिस्तान के भीतर और बाहर बाजवा के परिवार द्वारा जमा की गई ज्ञात-संपत्ति और व्यवसायों का वर्तमान बाजार मूल्य 12.7 अरब रुपए से अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया- 2013 से 2017 तक आर्मी चीफ रहते हुए बाजवा की इनकम स्टेटमेंट्स में 3 बार बदलाव हुए। सेना प्रमुख बाजवा साल 2016 से पाकिस्तान पर शासन कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी सेना प्रमुख के पद के लिए 5 नामों की सूची : पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने अगले सेना प्रमुख के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को सोमवार को 5 नामों की सूची भेजी है। मौजूदा सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा 29 नवंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
पाकिस्तान सेना अधिनियम (पीएए) 1952 के तहत, रक्षा मंत्रालय मौजूदा सेनाध्यक्ष को सेवामुक्त करने संबंधी दस्तावेज़ डिस्चार्ज समरी जारी करेगा ताकि उनके उत्तराधिकारी की नियुक्त का मार्ग प्रशस्त हो सके। बाजवा ने एक और सेवा विस्तार लेने से इनकार कर दिया है। फौज के नए प्रमुख की नियुक्ति के संबंध में पीएमओ को सोमवार को रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट मिल गई है।
खबर के मुताबिक, रिपोर्ट में 5 शीर्ष जनरल के नाम हैं। अखबार ने कहा कि पीएमओ ने रक्षा मंत्रालय से रिपोर्ट मिलने की पुष्टि नहीं की है। नए सेना प्रमुख 29 नवंबर को पदभार संभालेंगे और इसी दिन बाजवा 6 साल के कार्यकाल के बाद सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
बाजवा के उत्तराधिकारी की नियुक्ति में काफी दिलचस्पी देखी जा रही है। कई लोगों का मानना है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की लंबी रैली सेना में नेतृत्व बदलने से जुड़ी है। खान ने अपने समर्थकों से 26 नवंबर को रावलपिंडी में जमा होने के लिए कहा है। यह बाजवा की सेवानिवृत्ति से 3 पहले की तारीख है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने महत्वपूर्ण नियुक्ति को लेकर फौज और सरकार के बीच गतिरोध की किसी भी अटकल को रविवार को खारिज कर दिया। वरिष्ठता सूची के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल आसीम मुनीर, लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा, लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास, लेफ्टिनेंट जनरल नोमान महमूद और लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष और सेना प्रमुख के अध्यक्ष पद के लिए दावेदार हैं।
Edited by : Chetan Gour