यदि कार्डिनल थिओडोर मैक्कैरिक के खिलाफ आरोप साबित होते हैं तो क्या पोप उसका कार्डिनल पद छीन लेंगे? क्या उसे जीवनभर प्रायश्चित के लिए कहा जाएगा? मामला सामने आने के बाद लोगों की जुबान पर ऐसे ही सवाल हैं। इस बीच कार्डिनल के एक खिलाफ शनिवार को एक और नया मामला सामने आया जिसमें 11 साल के एक लड़के से यौन दुराचार का आरोप है।
लोगों के मन में यह बात भी है कि क्या पोप जांच को अंजाम तक पहुंचाएंगे, जो पहले ही चर्चों में गलत कामों को छिपाने की संस्कृति की निंदा कर चुके हैं। मैक्कैरिक पर लगे आरोपों ने इस तरह की पुरानी घटनाओं को भी ताजा कर दिया है। मामला अब पोप के समक्ष है, जो चिली में बच्चों से यौन दुराचार, वयस्क समलैंगिक यौनाचार और चर्च में गलत कामों को छिपाने की संस्कृति जैसे मामलों को पहले ही देख चुके हैं। यह मामला इतना बड़ा था कि समूची बिशप कॉन्फ्रेंस ने मई में इस्तीफे की पेशकश कर दी थी।
मैक्कैरिक पर आरोप लगाने वालों में से जेम्स नाम के एक पीड़ित ने कहा कि उस समय वह 11 साल का था, जब मैक्कैरिक ने अपना असली रूप दिखाया। तब से वह लगातार यौन दुराचार करता रहा, जो 2 दशक तक चला। (भाषा)