हेली ने आरोप लगाया कि फिर जैसे ही राष्ट्रपति शी ने खुद को एक तरह से राजा घोषित किया, वे बहुत ही आक्रामक हो गए, परेशान करने लगे। उन्होंने देशों पर दबाव-सा बनाते हुए सीधे-सीधे अपने पक्ष में मतदान करने को कहना शुरू कर दिया। संयुक्त राष्ट्र में पद और नेतृत्व की भूमिकाओं की मांग करते हुए उन्होंने अपना रुख आक्रामक कर लिया और सभी को नीचा दिखाने लगे।
हैली ने कहा कि 'बेल्ट एंड रोड' पहल के साथ चीन ने वास्तव में इन अवसंरचनाओं को खरीदने या बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर छोटे देशों के साथ साझेदारी करने की कोशिश शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि देशों को उनका रवैया पसंद नहीं आ रहा। अब हम देखते हैं कि उसका रवैया कितना आक्रामक हो गया है लेकिन यह लंबे समय तक नहीं चलेगा। जब कोई देश अपने लोगों को स्वतंत्रता नहीं देता, वहां यकीनन एक समय ऐसा आता है, जब लोग विद्रोह कर देते हैं। हेली ने 2018 में संयुक्त राष्ट्र में अपने पद से इस्तीफा दिया था। (भाषा)