संयोगवश यह परेड किम के दादा और उत्तर कोरिया के संस्थापक किम द्वितीय-संग की 105वीं जयंती के अवसर पर निकाली गई। इस दिन को उत्तर कोरिया में सूर्य दिवस के रूप में जाना जाता है। लेकिन इस परेड का उद्देश्य वाशिंगटन, सोल, तोक्यो और अन्य राजधानियों को अलग-थलग पड़े और परमाणु क्षमता से संपन्न उत्तर कोरिया के सैन्य बल का स्पष्ट संदेश देना भी था। (एजेंसियों)