'डॉन' अखबार के अनुसार पाकिस्तान के योजना और विकास मंत्री अहसान इकबाल की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक के दौरान चीन के स्वतंत्र बिजली उत्पादकों (आईपीपी) ने यह बात कही है। इस दौरान सीपीईसी परियोजना के तहत ऊर्जा, संचार, रेलवे जैसे क्षेत्रों में काम कर रही चीन की 30 कंपनियों भी मौजूद रहीं।
बैठक के दौरान बिजली का उत्पादन करने वाली कंपनियों ने 300 अरब पाकिस्तान रुपए (15,95,920,800 डॉलर) का भुगतान नहीं मिलने को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। चीन की स्वतंत्र बिजली उत्पादकों के लगभग 25 प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनका भुगतान नहीं किया जाएगा तो वे कुछ दिन के भीतर काम करना बंद कर देंगे।