अनुसंधान की रिपोर्ट इस सप्ताह पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हुई है। इस अनुसंधान में अस्पताल में भर्ती 16 रोगियों के चिकित्सा चार्ट और निदान प्रक्रिया की समीक्षा की गई, जिन्हें मार्च 2020 से जून 2021 के बीच रक्त का प्रवाह कम होने से दौरा पड़ा।
इनमें से अधिकतर मामले बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से सामने आने के कुछ ही दिन बाद फरवरी और मई 2021 के बीच आए थे। इनमें से करीब आधे नमूनों में जांच में संक्रमण का पता चला। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि 16 में से एक भी नमूने में गंभीर संक्रमण का पता नहीं चला और कुछ रोगियों में तो लक्षण भी नजर नहीं आए।