अधिकारी ने बताया, 'हम स्थिति पर बहुत सावधानी से नजर रख रहे हैं। हम चिंतित हैं। हमें उम्मीद है कि दोनों पक्ष इस मुद्दे का बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण समाधान निकाल सकते हैं। हम पहले की तरह यथास्थिति बहाल करने के पक्षधर हैं।'
नाम जाहिर न करने के अनुरोध पर अधिकारी ने कहा, 'हम भूटान की संप्रभुता के मुद्दे को लेकर भी चिंतित हैं। सीधे तौर पर कहें तो हम संप्रभुता के मुद्दे और अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने को लेकर चिंतित हैं।'
विशेषज्ञों के अनुसार, चीन के अधिकारियों और सरकारी मीडिया के स्वर में पिछले कुछ माह में बेहद तल्खी आई है। नई दिल्ली ने बीजिंग के खिलाफ परिपक्व और मजबूत रुख अपनाया है। समझा जाता है कि इस मुद्दे पर नई दिल्ली वॉशिंगटन तक नहीं पहुंची है। हालांकि एक करीबी दोस्त के तौर पर अमेरिका इस स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है।