अमेरिका की नेशनल सिक्यूरिटी एजेंसी (एनएसए) के पूर्व विश्लेषक ने इस बात की आशंका जताई है। उनका कहना है कि ट्रंप प्रशासन भी इससे मुंह नहीं मोड़ रहा है। सुरक्षा विशेषज्ञ और पूर्व काउंटर इंटेलीजेंस अधिकारी जॉन शिंडलर के मुताबिक, अगर राष्ट्रपति ट्रंप को रूसी साठगांठ के आरोप के लिए अभियोग का सामना करना पड़ा तो पद से उनका पत्ता साफ हो सकता है।
कई तरह से हो रही जांच एफबीआई, कांग्रेस और संभावित स्वतंत्र एजेंसी की जांच के बाद रूस के साथ ट्रंप और उनकी टीम के कथित संबंध सार्वजनिक हो सकते हैं। एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी ने पुष्टि की है कि एजेंसी 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस की दखलंदाजी के अलावा रूस तथा ट्रंप की प्रचार टीम के बीच संभावित लिंक की भी जांच कर रही है।
अमेरिकी कांग्रेस की अन्य कमेटियां भी चुनाव में रूस कनेक्शन की जांच कर रही हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसी ट्रंप के पूर्व प्रचार मैनेजर पॉल मानाफोर्ट को फोकस कर जांच कर रही है। मानाफोर्ट पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हितों को पूरा करने के लिए काम करने का आरोप है। मानाफोर्ट ने स्वयं बयान दर्ज कराने की पेशकश की है। उम्मीद है कि कांग्रेस की इंटेलीजेंस कमेटी उनसे पूछताछ करेगी। (एजेंसी)