पाकिस्तान के कसूर जिले का रहने वाला मोहम्मद आसिफ अपनी भाभी की बहन के इश्क में पड़ गया था और उससे शादी करना चाहता था। मगर लड़की का रिश्ता कहीं और हो गया। उसे एक बार और उम्मीद बंधी क्योंकि कुछ समय बाद उस लड़की का तलाक हो गया। उसने फिर शादी की कोशिश की, लेकिन परिवार की इजाजत नहीं मिलने से उसे फिर निराशा हाथ लगी।
प्रेमिका से निकाह न होने पर एक शख्स इतना दुखी हुआ कि उसने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने की ठान ली, लेकिन रमजान को ध्यान में रखकर उसने इरादा त्याग दिया। उसे लगा कि इस वक्त फांसी लगाना ठीक नहीं रहेगा।
सीनियर सेकंडरी पास आसिफ यह सोचकर बॉर्डर पर चला आया कि गोली लगने से उसकी मौत हो जाएगी, लेकिन यहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी। उलटा बीएसएफ के हाथ पड़कर सलाखों के पीछे पहुंच गया। आसिफ के खिलाफ इंडियन पासपोर्ट एक्ट एंड फॉरनर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।