नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से बौखलाए पाकिस्तान को अब अपनी असली औकात पता चल गई है। संयुक्त राष्ट्र में तो उसे समर्थन मिला ही नहीं, मुस्लिम देशों ने भी उसको मायूस ही किया। दूसरी ओर कुछ पाकिस्तानियों ने कश्मीर की स्थिति को लेकर दुष्प्रचार शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी बड़ी ही मायूसी से कहा कि हमें मान लेना चाहिए कि इस मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ कोई नहीं खड़ा है। हमें कश्मीर को लेकर हवाई किले नहीं बनाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस गलतफहमी में न रहें कि सुरक्षा परिषद में कोई हमारे लिए हार लेकर खड़ा है। वहां कोई हमारे समर्थन में कुछ नहीं बोलेगा। मुस्लिम देश भी भारत के बाजार की वजह से चुप्पी साधे हैं।
उन्होंने कहा कि भावनाओं को हवा देना और आपत्तियां जताना बहुत आसान है, मगर इस मुद्दे को समझना और आगे ले जाना काफी मुश्किल है। हालांकि कुरैशी ने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा है, उन्हें उम्मीद है कि चीन कश्मीर को लेकर सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान का समर्थन करेगा।
पाकिस्तान का दुष्प्रचार : पाकिस्तान के पूर्व मंत्री रहमान मलिक ने फर्जी दावा करते हुए ट्विटर पर लिखा कि भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर में हेलीकॉप्टरों से हमला कर रही है। कश्मीर में पूरी तरह से ब्लैकआउट है। रहमान ने अपने ट्वीट में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और यूएन को भी टैग किया था। इस पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मलिक को तुरंत ट्विटर पर ही जवाब दिया। पुलिस ने लिखा कि यह सरासर झूठ है।